ICDRI 2025
संदर्भ:
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने “आपदा सहनशील अवसंरचना पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 2025” (International Conference on Disaster Resilient Infrastructure 2025) को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने वैश्विक सहयोग, सतत विकास और आपदा प्रबंधन में मजबूत अवसंरचना की भूमिका पर बल दिया।
अंतरराष्ट्रीय आपदा–प्रतिरोधी अवसंरचना सम्मेलन 2025 (ICDRI 2025): मुख्य तथ्य–
- आयोजन का उद्देश्य: आपदा और जलवायु-प्रतिरोधी अवसंरचना पर वैश्विक संवाद को मजबूत करने के लिए सरकारों, संगठनों, संस्थानों, मीडिया और बुनियादी ढांचा विशेषज्ञों को एक साथ लाना।
- पहली बार यूरोप में आयोजन: यह सम्मेलन पहली बार यूरोप में आयोजित हो रहा है।
- संधि–संरेखण:
- संयुक्त राष्ट्र आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्यालय (UNDRR) के Global Platform on Disaster Risk Reduction (GPDRR) से जुड़ा है।
- संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन (UNOC3) के साथ भी संरेखित।
- विषय (थीम): ‘Shaping a Resilient Future for Coastal Regions’ — तटीय क्षेत्रों और द्वीपों की आपदाओं और जलवायु परिवर्तन के प्रति संवेदनशीलता पर केंद्रित।
- प्रासंगिक घटनाएँ (हालिया आपदाएँ जो तटीय क्षेत्रों की संवेदनशीलता को दर्शाती हैं):
- भारत और बांग्लादेश में चक्रवात ‘रिमल’,
- कैरिबियाई क्षेत्र में हरीकेन बेरिल,
- दक्षिण-पूर्व एशिया में टाइफून यागी,
- अमेरिका में हुरीकेन हेलेन,
- फिलीपींस में टाइफून उसागी,
- अफ्रीका के कुछ हिस्सों में साइक्लोन चिडो।
- प्रभाव: इन घटनाओं ने जान-माल को भारी नुकसान पहुँचाया, जिससे तटीय क्षेत्रों की संरचनात्मक और सामाजिक भेद्यता उजागर हुई।
आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना सम्मेलन 2025 में प्रधानमंत्री मोदी के प्रमुख बिंदु
- भारत का अनुभव:
- पीएम मोदी ने 1999 के सुपर-साइक्लोन और 2004 की सुनामी जैसी पुरानी आपदाओं का उल्लेख किया।
- बताया कि भारत ने चक्रवात आश्रयों और सुनामी चेतावनी प्रणाली के निर्माण में उल्लेखनीय प्रगति की है।
- CDRI की भूमिका:
- प्रधानमंत्री ने आपदा–प्रतिरोधी अवसंरचना गठबंधन (CDRI) के 25 छोटे द्वीपीय विकासशील देशों (SIDS) के साथ किए गए कार्यों की सराहना की।
- अफ्रीकी संघ के CDRI में शामिल होने का स्वागत किया।
प्रधानमंत्री द्वारा बताए गए पाँच प्रमुख उद्देश्य:
- आपदा लचीलापन को शिक्षा प्रणाली में एकीकृत करना
- श्रेष्ठ वैश्विक प्रयासों की डिजिटल जानकारी का भंडार बनाना
- विकासशील देशों के लिए नवाचारी वित्त पोषण को प्रोत्साहित करना
- SIDS देशों को विशेष सहायता प्रदान करना
- अर्ली वार्निंग सिस्टम को मजबूत बनाना
महत्वपूर्ण घटनाक्रम:
- अफ्रीकी संघ अब भारत-प्रस्तावित Coalition for Disaster Resilient Infrastructure (CDRI) का सदस्य बन गया है।