मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहीम की भारत की पहली आधिकारिक यात्रा के दौरान भारत और मलेशिया ने दोनों देशों के बीच संबंधों को एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी में ऊंचा उठाने की घोषणा की। इस यात्रा के दौरान शिक्षा, श्रम प्रत्यर्पण और पर्यटन के क्षेत्रों में कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। यह यात्रा 2015 में स्थापित Enhanced Strategic Partnership के 10 वर्षों की उपलब्धियों को चिह्नित करती है।
भारत और मलेशिया के द्विपक्षीय संबंधों की गहराई (India and Malaysia Relations) –
- द्विपक्षीय संबंधों की गहराई को देखते हुए, दोनों प्रधानमंत्रियों ने संपूर्ण रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने की दिशा में इस यात्रा को एक महत्वपूर्ण अवसर माना।
- दोनों देशों के संबंध अब विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति और परिपक्वता की ओर बढ़ चुके हैं, और इस समय इस साझेदारी को और मजबूत करने की आवश्यकता है।
संबंधों के विभिन्न क्षेत्रों पर चर्चा –
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री अनवर इब्राहीम ने राजनीतिक, रक्षा और सुरक्षा सहयोग, आर्थिक और व्यापार संबंध, डिजिटल तकनीक, स्टार्ट-अप्स, फिनटेक, ऊर्जा (विशेष रूप से नवीकरणीय ऊर्जा), स्वास्थ्य देखभाल, उच्च शिक्षा, संस्कृति, पर्यटन और जन-संस्कृति संबंधों पर चर्चा की।
- दोनों नेताओं ने आतंकवाद की निंदा की और इसे सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में अस्वीकार करने का आह्वान किया।
भारत और मलेशिया के बीच समझौतों की श्रृंखला (India and Malaysia Relations) –
मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहीम की भारत यात्रा के दौरान, दोनों देशों के बीच अपने द्विपक्षीय संबंधों को सुदृढ़ करने के लिए नौ महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों (एमओयू) और समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। ये समझौते निम्नलिखित क्षेत्रों में हैं:
- श्रमिकों की भर्ती, रोजगार और स्वदेश वापसी: इस समझौते के तहत श्रमिकों की भर्ती, उनके रोजगार और स्वदेश वापसी की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया जाएगा।
- पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियाँ और आयुर्वेद: पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों और आयुर्वेद के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता किया गया।
- डिजिटल प्रौद्योगिकी: डिजिटल तकनीकों के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग को सशक्त बनाने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
- कला, संस्कृति और विरासत: कला, संस्कृति और विरासत के संरक्षण और संवर्धन के लिए सहयोग के समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
- पर्यटन: पर्यटन के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग और आपसी विनिमय को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता किया गया।
- युवा और खेल: युवा विकास और खेलों के क्षेत्र में सहयोग को प्रोत्साहित करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
- लोक प्रशासन और शासन सुधार: लोक प्रशासन और शासन सुधार के लिए आपसी सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
- वित्तीय सेवा सहयोग: भारत के अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (IFSCA) और मलेशिया के लाबुआन वित्तीय सेवा प्राधिकरण के बीच आपसी सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
- भारत-मलेशिया सीईओ फोरम की रिपोर्ट: 9वें भारत-मलेशिया सीईओ फोरम की रिपोर्ट का आदान-प्रदान और समीक्षा की गई।
इन समझौतों का उद्देश्य भारत और मलेशिया के बीच द्विपक्षीय सहयोग को विभिन्न क्षेत्रों में विस्तारित करना और मजबूत करना है।
रक्षा और सुरक्षा में सहयोग
भारत और मलेशिया ने द्विपक्षीय रक्षा और सुरक्षा सहयोग की स्थिरता और मजबूती की सराहना की, और नियमित आदान-प्रदान, वार्तालाप, अभ्यास और क्षमता निर्माण के माध्यम से इसे और मजबूत करने पर सहमति जताई।
व्यापार और निवेश के क्षेत्रों में प्रगति
दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापार की रिकॉर्ड ऊंचाई (19.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर) की सराहना की और ASEAN-India Trade in Goods Agreement (AITIGA) की समीक्षा की प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने पर सहमति जताई।
डिजिटल और पर्यटन में सहयोग
डिजिटल तकनीकों और पर्यटन के क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए, दोनों नेताओं ने डिजिटल काउंसिल की स्थापना और वीजा नियमों में ढील की पहल की सराहना की।
अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर सहयोग
भारत और मलेशिया ने संयुक्त राष्ट्र में सहयोग को मजबूत करने, विशेष रूप से UNSC और UNHRC में, नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। भारत ने मलेशिया के समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया, विशेष रूप से UNSC में स्थायी सदस्यता की दिशा में।
मलेशिया के बारे में –मलेशिया दक्षिण-पूर्व एशिया में स्थित एक विविध और समृद्ध राष्ट्र है। · स्थान: मलेशिया दक्षिण-पूर्व एशिया में स्थित है और यह दो प्रमुख हिस्सों में बाँटा गया है: सेमेनानजुंग (मलेशिया का प्रायद्वीपीय हिस्सा) और साबाह तथा सारावाक (बोरनेओ द्वीप पर स्थित हिस्से)। · राजधानी: कुआलालंपुर (कुआलालंपुर को 2024 में नए प्रशासनिक केंद्र, नेगोरा सेपटांग, द्वारा बदलने की योजना है)। · भौगोलिक क्षेत्रफल: लगभग 330,000 वर्ग किलोमीटर। · जनसंख्या: लगभग 33 मिलियन लोग। · प्रमुख भाषाएँ: मलेशियाई (मलय), अंग्रेज़ी, चीनी, तमिल। · राजनीतिक संरचना : संवैधानिक राजतंत्र। · सर्वोच्च प्रमुख: राजा (Yang di-Pertuan Agong) – एक 5 साल के कार्यकाल के लिए चुने जाते हैं। · मुख्य क्षेत्र: विनिर्माण, सेवाएँ, कृषि, और पर्यटन। · प्रमुख निर्यात: इलेक्ट्रॉनिक्स, पेट्रोलियम, रबर, तेलों और कागज के उत्पाद। · प्रमुख आकर्षण: कुआलालंपुर की पेट्रोनास टावर्स, मलेशियाई द्वीपों की खूबसूरत समुद्र तट, और ऐतिहासिक शहर जैसे जॉर्ज टाउन और मलाका। मलेशिया अपने सांस्कृतिक विविधता, समृद्ध इतिहास, और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है, और यह एक प्रमुख पर्यटन और व्यापार गंतव्य के रूप में उभरा है। |
Explore our courses: https://apnipathshala.com/courses/
Explore Our test Series: https://tests.apnipathshala.com/