INS Arnala
संदर्भ:
भारतीय नौसेना जल्द ही INS अर्नाला को अपने बेड़े में शामिल करने जा रही है। यह देश का पहला एंटी–सबमरीन वॉरफेयर शैलो वाटर क्राफ्ट (ASW-SWC) है, जिसे विशाखापत्तनम के नेवल डॉकयार्ड में कमीशन किया जाएगा।
INS अर्नाला: भारतीय नौसेना की नई पनडुब्बी रोधी शक्ति–
परिचय (About INS Arnala):
- INS अर्नाला भारतीय नौसेना के लिए शामिल की जा रही 16 ASW–SWC (Anti-Submarine Warfare – Shallow Water Craft) पोतों में से पहला है।
- इसका नाम महाराष्ट्र तट के पास स्थित ऐतिहासिक अर्नाला किले के नाम पर रखा गया है, जो मराठा व पुर्तगाली काल में सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण था।
डिज़ाइन व निर्माण:
- डिज़ाइन: गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE), कोलकाता
- साझेदारी: L&T शिपबिल्डर्स के साथ
- 80% से अधिक स्वदेशी सामग्री – ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के अनुरूप।
प्रमुख विशेषताएँ (Key Features):
- लंबाई:6 मीटर
- भार: 1,490 टन से अधिक विस्थापन क्षमता
- भारत का सबसे बड़ा नौसैनिक पोत जो डीजल इंजन–वाटरजेट प्रणोदन प्रणाली द्वारा संचालित है।
भूमिका व क्षमताएँ (Roles & Capabilities):
- मुख्य भूमिका: पनडुब्बी रोधी युद्ध (Anti-Submarine Warfare)
- अन्य भूमिकाएँ:
- सतही जल के नीचे निगरानी
- सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशंस
- कम तीव्रता वाली समुद्री कार्यवाहियाँ
- माइन लेइंग (Mine-laying) क्षमता से भी लैस