Kulsi River
संदर्भ:
पर्यावरणविदों की चेतावनियों को नज़रअंदाज़ करते हुए, असम और मेघालय सरकारों ने कुलसी नदी पर संयुक्त रूप से 55 मेगावाट की जलविद्युत परियोजना स्थापित करने का निर्णय लिया है। यह नदी लुप्तप्राय गंगा नदी डॉल्फ़िनों (River Dolphins) के प्रजनन स्थल के रूप में जानी जाती है, जिससे इस परियोजना को लेकर पर्यावरणीय चिंताएं बढ़ गई हैं।
कुलसी नदी के बारे में (Kulsi River) –:
मूल परिचय:
- कुलसी नदी, ब्रह्मपुत्र नदी की दक्षिणी सहायक नदी (South-bank tributary) है।
- यह नदी असम और मेघालय के बीच बहती है और पारिस्थितिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है।
उद्गम और प्रवाह मार्ग:
- कुलसी नदी तीन प्रमुख धाराओं से मिलकर बनी है:
- ख्री (Khri)
- कृष्णिया (Krishniya)
- उमसिरी (Umsiri)
- ये तीनों धाराएँमेघालय के पश्चिम खासी पहाड़ी क्षेत्र (West Khasi Hills) से लगभग 1800 मीटर की ऊंचाई से निकलती हैं और उत्तर दिशा में बहती हैं।
- ऊपरी क्षेत्र में इसेख्री नदी के नाम से जाना जाता है।
- खासी पहाड़ियों में कृष्णिया और उमसिरी से मिलने के बाद यह नदी उत्तर-पश्चिम की ओर मुड़करअसम के उकियम (Ukium) क्षेत्र में प्रवेश करती है।
- इसके बाद यह नदीकामरूप जिले के मैदानी क्षेत्रों से होते हुए कुलसी गांव तक बहती है।
- अंततः यह नदीनागरबेरा के पास ब्रह्मपुत्र में विलीन हो जाती है।
भौगोलिक आँकड़े:
- कुलसी नदी की कुल लंबाई: लगभग220 किलोमीटर
- जिसमें से100 किमी मेघालय में
- और120 किमी असम में स्थित है।
- कुल अपवाह क्षेत्र (Catchment Area): 3770 वर्ग किमी
- 685 वर्ग किमीमैदानी क्षेत्र (असम में)
3085 वर्ग किमी पहाड़ी क्षेत्र (मेघालय और असम में) शामिल है।