संदर्भ:
हाल ही में कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (PKK) के संस्थापक अब्दुल्ला ओजलान ने PKK से हथियार छोड़ने और संगठन को भंग करने का आह्वान किया है। तुर्किये के साथ यह युद्धविराम कुर्द राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत देता है।
कुर्द और कुर्दिस्तान:
- कुर्द कौन हैं: कुर्द एक सुन्नी मुस्लिम समुदाय हैं, जो पारंपरिक रूप से खानाबदोश जीवन जीते थे। इनके पास कोई आधिकारिक मातृभूमि (homeland) नहीं है और वे राजनीतिक अधिकार, स्वायत्तता या स्वतंत्रता की मांग करते हैं।
- कुर्दों की जनसंख्या और क्षेत्र: लगभग25-30 मिलियन कुर्द विभिन्न देशों में फैले हुए हैं: तुर्की, सीरिया, इराक, ईरान, आर्मेनिया
- कुर्दिस्तान की मांग: कुर्द स्वतंत्रता आंदोलन (Kurdish independence movement) एकराष्ट्रवादी प्रयास है, जिसका लक्ष्य एक स्वायत्त क्षेत्र ‘कुर्दिस्तान’ की स्थापना करना है। हालांकि, अब तककुर्दों को कोई स्वतंत्र राष्ट्र नहीं मिल पाया है।
- संघर्ष और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव: कुर्दों की पहचान और स्वायत्तता के लिए संघर्ष ने कई विद्रोहों और अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेपों को जन्म दिया है।
कुर्द लोगों का इतिहास:
- प्रारंभिक जीवन और स्थान: कुर्द लोग एक जातीय समुदाय हैं, जो ज़ाग्रोस पर्वत श्रृंखला (ईरान, उत्तरी इराक और दक्षिण-पूर्वी तुर्की) और उसके आसपास के क्षेत्रों में रहते हैं। परंपरागत रूप से, कुर्द खानाबदोश (nomads) थे, लेकिन बाद में वे जनजातीय समुदायों में बस गए।
- कुर्द और साम्राज्य: कुर्द ओटोमन और फारसी साम्राज्यों के अधीन रहे।
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- वे इन साम्राज्यों में सैनिक, व्यापारी और स्थानीय शासक थे।
- ओटोमन साम्राज्य के दौरान, उन्हें प्रारंभ में आंशिक स्वायत्तता प्राप्त थी।
- स्वायत्तता का अंत: 19वीं शताब्दी में ओटोमन साम्राज्य ने केंद्रीकरण की नीति अपनाई, जिससे कुर्दों की स्वशासन (self-governance) की स्थिति कमजोर हो गई।
- प्रथम विश्व युद्ध के बाद का संघर्ष: प्रथम विश्व युद्ध के बाद ओटोमन साम्राज्य के पतनके साथ, कुर्दों ने अपना खुद का राष्ट्र बनाने की कोशिश की।हालांकि, वैश्विक और क्षेत्रीय शक्तियों के विरोध के कारण कुर्दों का यह सपना पूरा नहीं हो सका।
- राजनीतिक एकता की कमी: कुर्दों ने कई विद्रोह और आंदोलनों के माध्यम से अपनी स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया। लेकिन राजनीतिक एकता की कमी के कारण वे एक स्वतंत्र ‘कुर्दिस्तान’ राष्ट्र नहीं बना सके।
कुर्द लोगों का विवाद:
- स्वतंत्रता आंदोलन और विरोध: कुर्दों का स्वतंत्रता आंदोलन इराक, तुर्की, ईरान और सीरिया का विरोध झेल रहा है, क्योंकि ये देश अपने क्षेत्रीय विघटन से डरते हैं।
- 2017 कुर्दिस्तान जनमत संग्रह (Referendum) और इराक की प्रतिक्रिया: 2017 में कुर्दिस्तान ने स्वतंत्रता के लिए जनमत संग्रह किया, जिसेइराक ने अस्वीकार कर दिया। इराक ने इसके जवाब में सैन्य और आर्थिक प्रतिबंध लगाए।
- तुर्की की सैन्य कार्रवाई: तुर्की कुर्द समूहों को सुरक्षा के लिए खतरा मानता है, लगातार सैन्य अभियान चला रहा है।
- तुर्की–ISIS-कुर्द विवाद: तुर्की और कुर्दों के संबंध ISIS (इस्लामिक स्टेट) को लेकर विवादित रहे हैं।
- आरोप हैं कि तुर्की ने अप्रत्यक्ष रूप से ISIS को कुर्दों के खिलाफ सक्षम बनाया।