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मणिपुर में माओ नागा जनजाति की शीर्ष जनजातीय संस्था, माओ काउंसिल, ने नागालैंड-मणिपुर सीमा पर पारंपरिक भूमि विवाद से संबंधित तेनीमिया पीपुल्स ऑर्गनाइजेशन (टीपीओ) की अध्यक्षीय परिषद के निर्णय और आदेश को आधिकारिक रूप से स्वीकार कर लिया है। यह निर्णय क्षेत्र में भूमि संबंधी विवादों को सुलझाने और सामाजिक सद्भाव बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
माओ नागा जनजाति:
माओ नागा पूर्वोत्तर भारत की एक स्वदेशी जनजाति है, जो मणिपुर की नागा जनजातियों में से एक है। ये लोग अपने सांस्कृतिक और ऐतिहासिक मूल्यों के लिए प्रसिद्ध हैं।
- भाषा और पहचान:
- भाषा: माओ नागा अपनी भाषा को “माओ” कहते हैं।
- वे अपनी भाषा में स्वयं को “एमेमी” या “मेमेई” कहते हैं।
- भौगोलिक स्थिति: माओ नागा मणिपुर के उत्तरी भाग में बसे हैं, जो नागालैंड के दक्षिणी भाग से सटा हुआ है।
- जनसंख्या: 2011 की अनंतिम जनगणना के अनुसार, माओ नागाओं की जनसंख्या 97,195 है।
- निवास और समाज:
- गाँव: माओ नागा लोग सघन एवं सुरक्षित गाँवों में रहते हैं, जो आमतौर पर पहाड़ी की चोटी और पर्वत श्रृंखलाओं में स्थित होते हैं।
- पितृसत्तात्मक व्यवस्था: उनका समाज पितृसत्तात्मक है, जहाँ वंश का पता पुरुष वंश से चलता है।
- कुल विभाजन: माओ नागा विभिन्न कुलों (ओपफुटा) में विभाजित हैं, जिन्हें आगे उप-कुलों में बाँटा गया है।
- अर्थव्यवस्था:
- कृषि आधारित: माओ नागाओं की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि पर आधारित है, और चावल उनका मुख्य भोजन है।
- खेतों की प्रथा: वे सीढ़ीनुमा चावल की खेती (शुष्क और गीली दोनों) में लगे हुए हैं, जो एक पारंपरिक प्रथा है।
- वितरण प्रणाली: माओ लोग सहकारी और सामूहिक प्रयासों पर जोर देते हैं और वस्तु विनिमय प्रणाली में विश्वास रखते हैं।
- धर्म:
- पारंपरिक धर्म: ईसाई धर्म के आगमन से पहले, माओ नागा का अपना पारंपरिक धर्म था जिसे “ओप्फुपे चुना-चुनो” (पूर्वजों का धर्म) कहा जाता था।
- सर्वोच्च सत्ता: वे “इयी कोकी चुकु कपि ओरामेइ” (एक दयालु ईश्वर जो मनुष्य की रक्षा और पोषण करता है) नामक सर्वोच्च सत्ता में विश्वास करते हैं।
- ईसाई धर्म: आज, अधिकांश माओ नागा लोग ईसाई धर्म अपना चुके हैं।
- त्यौहार : माओ नागाओं द्वारा मनाए जाने वाले चार मुख्य त्यौहार हैं:
- चुथुनी
- चुजुनी
- सलेनी
- ओनुनी
इन त्यौहारों के माध्यम से माओ नागा अपनी सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखते हैं और सामुदायिक एकता को प्रोत्साहित करते हैं।
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