Mount Kanchenjunga
संदर्भ:
सिक्किम के मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि राज्य की आस्था का प्रतीक माउंट कंचनजंगा को पर्वतारोहण के लिए पूर्णतः प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया जाए। यह पर्वत सिक्किमवासियों के लिए एक पवित्र स्थल माना जाता है, और इसे संरक्षित रखने की मांग लंबे समय से उठाई जा रही है।
माउंट कंचनजंगा और उस पर प्रतिबंधित पर्वतारोहण गतिविधियाँ: संरक्षित धार्मिक दृष्टिकोण से विश्लेषण
कंचनजंगा पर पर्वतारोहण प्रतिबंध:
- सिक्किम सरकार ने 1998 और 2001 में अधिसूचनाओं के माध्यम से माउंट कंचनजंगा पर सभी पर्वतारोहण गतिविधियों को प्रतिबंधित किया।
- यह प्रतिबंध Sacred Places of Worship (Special Provisions) Act, 1991 के अंतर्गत लगाया गया था।
(Mount Kanchenjunga) माउंट कंचनजंगा: एक परिचय
- दुनिया का तीसरा सबसे ऊँचा पर्वत: समुद्र तल से ऊँचाई 8,586 मीटर।
- भौगोलिक स्थिति:
- भारत के सिक्किम और पूर्वी नेपाल की सीमा पर स्थित।
- कंचनजंगा हिमाल क्षेत्र का हिस्सा है।
- पश्चिम में तमूर नदी और पूर्व में तीस्ता नदी इसकी भौगोलिक सीमाएं निर्धारित करती हैं।
यूनेस्को विश्व धरोहर दर्जा (2016):
- Khangchendzonga National Park को 2016 में UNESCO World Heritage Site घोषित किया गया – Mixed Category में (सांस्कृतिक + प्राकृतिक)।
- इसमें स्थित हैं:
- 26 किमी लंबा ज़ेमू ग्लेशियर और कई उच्च हिमालयी झीलें।
- यह पार्क Eastern Himalaya Global Biodiversity Hotspot का हिस्सा है।
- यह पार्क सिक्किम के कुल क्षेत्रफल का लगभग 25% कवर करता है।