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संदर्भ:
राष्ट्रीय जैविक उत्पादन कार्यक्रम: नई दिल्ली में राष्ट्रीय जैविक उत्पादन कार्यक्रम (NPOP) के 8वें संस्करण का शुभारंभ हुआ, जिसमें भारत की जैविक खेती में क्षमता पर जोर दिया गया। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने घोषणा की कि अगले तीन वर्षों में जैविक खेती से निर्यात ₹20,000 करोड़ तक पहुंच सकता है।
राष्ट्रीय जैविक उत्पादन कार्यक्रम (NPOP) के 8वीं संस्करण की प्रमुख विशेषताएं:
- सरल प्रमाणन प्रक्रिया: जैविक उत्पादक समूहों को आंतरिक नियंत्रण प्रणाली (ICS) के स्थान पर कानूनी मान्यता दी गई।
- बाजार समर्थन: जैविक उत्पादक समूहों की ICS को यह सुनिश्चित करना होगा:
- पूरे जैविक उत्पादन की खरीदारी।
- किसानों के लिए बाजार संबंध स्थापित करना।
- तेज भूमि रूपांतरण: जैविक खेती में परिवर्तन अवधि विशेष परिस्थितियों में तीन वर्ष तक कम की गई।
- कार्यक्रम के दौरान लॉन्च किए गए पोर्टल:
- NPOP पोर्टल: हितधारकों के कार्यों को सरल और सुव्यवस्थित करता है।
- जैविक प्रमोशन पोर्टल (Organic Promotion Portal): किसानों को वैश्विक खरीदारों से जोड़ता है।
- TraceNet 2.0: ट्रेसबिलिटी (Traceability) में सुधार।
- APEDA पोर्टल (Revamped APEDA Portal): उपयोगकर्ताओं के लिए बेहतर अनुभव प्रदान करता है।
जैविक खेती (Organic Farming):
मुख्य उद्देश्य:
- जैविक खेती का मुख्य उद्देश्य मिट्टी, पारिस्थितिकी तंत्र, और लोगों की सेहत को प्राथमिकता देना है। इसमें सिंथेटिक रसायनों से बचने और प्राकृतिक प्रक्रियाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।
- यह पारिस्थितिकी तंत्रों, जैवविविधता और परंपरा, नवाचार और विज्ञान का संयोजन करती है।
- पर्यावरणीय लाभों और न्यायपूर्ण रिश्तों को बढ़ावा देती है।
- सामान्यतः बाहरी पदार्थों से बचने का प्रयास करती है, लेकिन प्रमाणन प्रणालियाँ जैविक, जैविकीय और खनिज पूरकों के उपयोग की अनुमति देती हैं जब आवश्यकता हो।
जैविक खेती की स्थिति (Status of Organic Farming)
- भारत दुनिया में जैविक कृषि भूमि के हिसाब से दूसरे स्थान पर है।
- सिक्किम: दुनिया का पहला पूरी तरह से जैविक राज्य।
- पूर्वोत्तर भारत: पारंपरिक रूप से जैविक खेती का अभ्यास किया जाता है और रासायनिक उर्वरकों का उपयोग कम होता है।
- भारत में दुनिया के सबसे अधिक जैविक उत्पादक किसान हैं, जिनकी संख्या 2.3 मिलियन है।
- 2023-24 तक, लगभग 4.5 मिलियन हेक्टेयर (कुल कृषि भूमि का 2.5%) क्षेत्र जैविक प्रमाणन के तहत है।
भारत के शीर्ष चार जैविक खेती वाले राज्य:
- मध्य प्रदेश (26%)
- महाराष्ट्र (22%)
- गुजरात (15%)
- राजस्थान (13%)
इन चार राज्यों का मिलाकर भारत की कुल जैविक खेती क्षेत्र का 76% हिस्सा है।
भारत के प्रमुख जैविक उत्पाद (Key Organic Products in India):
- प्रमुख निर्यात उत्पादों में अलसी बीज, तिल, सोयाबीन, चाय, औषधीय पौधे, चावल, और दालें शामिल हैं।
- भारत जैविक कपास उत्पादन में वैश्विक नेता है।
राष्ट्रीय जैविक उत्पादन कार्यक्रम (NPOP):
- लॉन्च किया गया: 2001 में।
- कार्यान्वयन द्वारा: कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) द्वारा, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत।
- मुख्य उद्देश्य:
- प्रमाणन, जैविक उत्पादन मानकों पर ध्यान केंद्रित करना।
- जैविक खेती को बढ़ावा देना।
- भारत की वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ाना।
- आंतरिक मान्यता: राष्ट्रीय जैविक उत्पादन कार्यक्रम (NPOP) मानक उत्पादन और प्रमाणन के लिए यूरोपीय आयोग और स्विट्जरलैंड द्वारा मान्यता प्राप्त हैं, जिससे भारतीय जैविक उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में स्वीकार किया जाता है।
राष्ट्रीय जैविक उत्पादन कार्यक्रम (NPOP) की उपलब्धियाँ:
- वैश्विक रैंकिंग: भारत जैविक उत्पादकों में पहले और जैविक कृषि भूमि में दूसरे स्थान पर है।
- प्रमाणित क्षेत्र: 2023-24 तक कुल प्रमाणित क्षेत्र 3 मिलियन हेक्टेयर तक पहुँच गया, जिसमें मध्य प्रदेश अग्रणी है, इसके बाद महाराष्ट्र और राजस्थान हैं।
- जैविक निर्यात: वर्तमान में ₹4,007.91 करोड़, जो तीन वर्षों में ₹20,000 करोड़ तक पहुँचने का अनुमान है।