NIIF
संदर्भ:
केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्री ने नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय निवेश एवं अवसंरचना कोष लिमिटेड (NIIF) की छठी गवर्निंग काउंसिल (GC) बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में बुनियादी ढांचे में निवेश बढ़ाने, निजी भागीदारी को प्रोत्साहित करने और दीर्घकालिक पूंजी जुटाने के उपायों पर चर्चा की गई।
राष्ट्रीय निवेश और अवसंरचना निधि (NIIF) के बारे में
स्थापना: NIIF की स्थापना 2015 में भारत सरकार द्वारा की गई थी। यह एक सॉवरेन-लिंक्ड वैकल्पिक निवेश प्लेटफ़ॉर्म (sovereign-linked alternative investment platform) है।
उद्देश्य (Objective): इसका उद्देश्य है –
- दीर्घकालिक पूंजी को भारत में अवसंरचना और अन्य प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में निवेश के लिए आकर्षित करना।
- यह पूंजी घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय निवेशकों से लाई जाती है।
पंजीकरण: NIIF को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के साथ वैकल्पिक निवेश कोष (Alternative Investment Fund – AIF) के रूप में पंजीकृत किया गया है।
संरचना (Structure):
- भारत सरकार की NIIF में 49% हिस्सेदारी है।
- शेष हिस्सेदारी अन्य संस्थागत निवेशकों (institutional investors) के लिए खुली है।
शासन परिषद (Governing Council): NIIF की शासन परिषद की अध्यक्षता भारत के वित्त मंत्री द्वारा की जाती है।