Nuclear Power Plant
Nuclear Power Plant –
संदर्भ:
बिहार जल्द ही अपने पहले न्यूक्लियर पावर प्लांट की स्थापना के साथ परमाणु ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में कदम रखने जा रहा है। यह पहल भारत सरकार के राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा मिशन (National Nuclear Energy Mission) के तहत की जा रही है। बिहार उन प्रारंभिक छह राज्यों में शामिल है जिन्हें इस मिशन का प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।
पृष्ठभूमि:
- भारत सरकार ने ऊर्जा मिश्रण में विविधता, क्षेत्रीय ऊर्जा सुरक्षा व उन्नत तकनीकों को अपनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
- इसी क्रम में 1,000 मेगावाट बैटरी स्टोरेज परियोजना को बिहार में मंजूरी दी गई है, जिससे ग्रिड स्थिरता और नवीकरणीय ऊर्जा एकीकरण को बल मिलेगा।
- इस परियोजना के लिए प्रति मेगावाट ₹18 लाख की वायबिलिटी गैप फंडिंग दी जाएगी।
स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर्स (SMRs) क्या हैं?
- SMRs = Small + Modular + Reactors
- ये अत्याधुनिक न्यूक्लियर रिएक्टर्स होते हैं जिनकी शक्ति क्षमता 300 मेगावाट (e) या उससे कम होती है।
- ये पारंपरिक परमाणु संयंत्रों से आकार में छोटे और प्रारूप में मॉड्यूलर होते हैं।
मुख्य प्रकार:
- लाइट वाटर
- हाई टेम्परेचर गैस
- लिक्विड मेटल
- मोल्टन सॉल्ट
SMRs के लाभ:
- बेहतर सुरक्षा:
- प्राकृतिक संवहन व गुरुत्वाकर्षण-आधारित शीतलन तकनीक
- बाहरी पावर या मानव हस्तक्षेप पर निर्भरता नहीं
- लचीलापन (Flexibility): ऊर्जा मांग के अनुसार क्रमिक रूप से संयंत्र जोड़ना संभव
- दूरदराज क्षेत्रों के लिए उपयुक्त: जिला हीटिंग, जल विलवणीकरण आदि जैसे अनुप्रयोगों के लिए उपयुक्त
- लागत प्रभावी निर्माण: फैक्टरी में प्रीफैब्रिकेशन, जिससे निर्माण समय और लागत कम होती है
भारत की परमाणु ऊर्जा क्षमता बढ़ाने की पहल:
- वर्तमान स्थापित क्षमता: 8,180 मेगावाट
- लक्ष्य (2031–32 तक): 22,480 मेगावाट
निर्माणाधीन 10 रिएक्टर्स (कुल क्षमता: 8,000 MW):
- राज्य: गुजरात, राजस्थान, तमिलनाडु, हरियाणा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश
अंतरराष्ट्रीय सहयोग:
- कोव्वाडा, आंध्र प्रदेश में 6 × 1,208 MW रिएक्टर्स – अमेरिका के सहयोग से प्रस्तावित
हाल की प्रमुख उपलब्धियाँ:
- जादूगुड़ा (झारखंड):
- भारत की सबसे पुरानी यूरेनियम खान के पास नई यूरेनियम खोज
- राजस्थान परमाणु ऊर्जा परियोजना (RAPP-7):
- 19 सितंबर 2024 को ‘क्रिटिकलिटी’ प्राप्त की – स्वदेशी रिएक्टर की बड़ी सफलता
- काकरापार इकाई 3 और 4 (700 MWe):
- 2023–24 में व्यावसायिक संचालन प्रारंभ
- यह भारत के पहले स्वदेशी डिजाइन वाले PHWRs में से हैं
- PFBR, कलपक्कम (500 MWe):
- 2024 में महत्वपूर्ण मील के पत्थर जैसे सोडियम भराव, पंप परीक्षण, और कोर लोडिंग पूरे किए गए
न्यूक्लियर एनर्जी क्या है?
- न्यूक्लियर एनर्जी वह ऊर्जा है जो परमाणु अभिक्रियाओं (nuclear reactions) के दौरान उत्पन्न होती है।
- यह ऊर्जा दो प्रमुख प्रकार की अभिक्रियाओं से प्राप्त होती है:
- न्यूक्लियर फिशन (Nuclear Fission) – भारी परमाणुओं का विभाजन
- न्यूक्लियर फ्यूजन (Nuclear Fusion) – हल्के परमाणुओं का संयोजन