oil prices rising amid Iran-Israel war
oil prices rising amid Iran-Israel war –
संदर्भ:
हाल ही में ईरान और इज़राइल के बीच बढ़ते तनाव के कारण कच्चे तेल की कीमतों में तेज़ी देखी गई है। इसका मुख्य कारण यह चिंता है कि दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण तेल परिवहन मार्गों में से एक, होरमुज़ जलडमरूमध्य (Strait of Hormuz), बंद हो सकता है।
Strait of Hormuz: Global Oil Trade के लिए क्यों है महत्वपूर्ण?
प्रमुख तेल परिवहन मार्ग:
- Strait of Hormuz दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण समुद्री chokepoints में से एक है।
- वर्ष 2024 में इस मार्ग से प्रतिदिन लगभग 2 करोड़ बैरल (20 mb/d) कच्चा तेल गुजरा — जो वैश्विक खपत का लगभग 20% है।
मुख्य तेल उत्पादक देश: यह जलडमरूमध्य सऊदी अरब, ईरान, UAE, कुवैत, इराक और कतर जैसे प्रमुख तेल उत्पादक देशों के निर्यात का मुख्य मार्ग है।
वैश्विक आपूर्ति पर प्रभाव: International Energy Agency (IEA) के अनुसार, दुनिया की कुल तेल आपूर्ति का लगभग 25% हिस्सा खाड़ी क्षेत्र से होकर इसी जलडमरूमध्य से बाहर निकलता है।
ईरान की ऊर्जा क्षमता:
- US Energy Information Administration (EIA) के मुताबिक, 2023 तक ईरान के पास विश्व का 12% तेल भंडार था – वेनेजुएला और सऊदी अरब के बाद तीसरे स्थान पर।
- इसके अलावा, प्राकृतिक गैस के भंडार में ईरान रूस के बाद दूसरा सबसे बड़ा देश है।
भू–राजनीतिक संवेदनशीलता: इस मार्ग पर किसी भी प्रकार का सैन्य या राजनीतिक तनाव वैश्विक तेल बाजारों में भारी उथल-पुथल ला सकता है।
भारत की निर्भरता कच्चे तेल पर:
- भारत अपनी ज़रूरत का लगभग 85% कच्चा तेल आयात करता है।
- भले ही ईरान से प्रत्यक्ष आयात कम हो, लेकिन यदि वैश्विक बाज़ार में तेल महंगा होता है, तो भारत को तेल खरीदने में अधिक डॉलर खर्च करने पड़ते हैं।