Operation Olivia
संदर्भ:
ओडिशा के रुषिकुल्या नदीमुख क्षेत्र में 6.98 लाख से अधिक ऑलिव रिडले कछुओं के रिकॉर्ड स्तर पर घोंसले बनाने में “ऑपरेशन ओलिविया” ने अहम भूमिका निभाई है।
(Operation Olivia) ऑपरेशन ओलिविया:
- आरंभ: यह एक वार्षिक मिशन है जिसे भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) द्वारा नवम्बर से मई के बीच चलाया जाता है।
- उद्देश्य: ओडिशा के गहीरमाथा तट और आसपास के समुद्री क्षेत्रों में ओलिव रिडले कछुओं के सुरक्षित प्रजनन स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
- महत्व: हर साल यहां 8 लाख से अधिक ओलिव रिडले कछुए अंडे देने आते हैं।
ओलिव रिडले कछुए के बारे में:
- नाम की उत्पत्ति: इसके हृदय के आकार के खोल का जैतूनी हरा रंग (Olive Green) इसके नाम का आधार है।
- आहार: ये मांसाहारी होते हैं और मुख्यतः जेलिफ़िश, श्रिम्प (झींगा) आदि खाते हैं।
- वितरण क्षेत्र: प्रमुख रूप से उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों के प्रशांत, हिंद और अटलांटिक महासागरों में पाए जाते हैं।
- भारत में प्रमुख नेस्टिंग स्थल:
- रुशिकुल्या तट (Odisha)
- गहीरमाथा तट (भीतरकनिका राष्ट्रीय उद्यान)
- देबी नदी का मुहाना
विशेषताएँ: ये अपने विशिष्ट सामूहिक अंडे देने की प्रक्रिया ‘अरिबाडा (Arribada)’ के लिए प्रसिद्ध हैं, जिसमें हज़ारों मादा कछुए एक ही तट पर एक साथ अंडे देती हैं।
संरक्षण स्थिति:
- IUCN रेड लिस्ट: संकटग्रस्त (Vulnerable)
- CITES: अनुक्रमणिका-I (Appendix I)
- भारतीय वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972: अनुसूची-I में सूचीबद्ध