Pakistan-Afghanistan water dispute: Kunar River
संदर्भ:
तालिबान नेतृत्व वाली अफगान सरकार ने पाकिस्तान की ओर बहने वाली कुनार नदी पर डैम बनाने की योजना को आगे बढ़ा दिया है। यह कदम भारत की हालिया जल परियोजनाओं की तर्ज पर उठाया गया माना जा रहा है, जिससे पाकिस्तान को मिलने वाले पानी के प्रवाह पर असर पड़ सकता है।
(Pakistan-Afghanistan water dispute: Kunar River): भौगोलिक महत्व–
- लंबाई: लगभग 480 किमी
- स्थान: पूर्वी अफगानिस्तान और उत्तर–पश्चिमी पाकिस्तान में स्थित
- उद्गम: कुनर नदी का जल स्रोत हिंदू कुश पर्वतों की बर्फ और ग्लेशियरों के पिघलने से होता है।
- प्रवाह पथ:
- लुतखो नदी और मस्तूज नदी चितराल (पाकिस्तान) के उत्तर में मिलती हैं।
- इसके बाद इसे चितराल नदी कहा जाता है।
- यह दक्षिण की ओर बहती हुई अफगानिस्तान की कुनर घाटी में प्रवेश करती है, जहाँ इसका नाम कुनर नदी हो जाता है।
- मिलन बिंदु:
- कुनर नदी जलालाबाद के पूर्व में काबुल नदी में मिल जाती है।
- फिर यह संयुक्त धारा पूर्व की ओर पाकिस्तान में बहती है और पुनः चितराल नदी कहलाती है।
- अंततः यह अटॉक (Attock) शहर के पास सिंधु नदी में मिल जाती है।
- महत्व: यह नदी भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान की पारवर्ती नदी प्रणालियों का हिस्सा है और आर्थिक, पारिस्थितिकीय व रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
कुनर नदी पर प्रस्तावित डैम: क्षेत्रीय प्रभाव और विवाद–
तालिबान सरकार का दावा:
- जल और ऊर्जा मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार, डैम का सर्वे और डिज़ाइन तैयार हो चुका है।
- निर्माण के लिए अब केवल वित्तीय संसाधनों की आवश्यकता है।
प्रमुख लाभ (यदि डैम बनता है तो):
- 45 मेगावाट बिजली उत्पादन
- 5 लाख एकड़ कृषि भूमि को सिंचाई के लिए पानी
- ऊर्जा संकट में कमी और खाद्य सुरक्षा में सुधार की संभावना
काबुल नदी जल विवाद: पाकिस्तान–अफगानिस्तान के बीच तनाव का कारण–
औपचारिक समझौते का अभाव:
- काबुल नदी और इसकी सहायक नदियों के जल बंटवारे को लेकर पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच कोई औपचारिक द्विपक्षीय समझौता नहीं है।
- यह स्थिति जल संसाधनों के उपयोग और नियंत्रण को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देशों की कमी को दर्शाती है।
पाकिस्तान की चिंता:
- पाकिस्तान कई बार अफगानिस्तान की डैम परियोजनाओं को लेकर चिंता जता चुका है।
- उसका मानना है कि इन परियोजनाओं से पाकिस्तानी क्षेत्र में जल की आपूर्ति घट सकती है, जिससे खेती, पीने के पानी और बिजली उत्पादन पर असर पड़ सकता है।
क्षेत्रीय जल संकट की आशंका:
- जल के समान बंटवारे को लेकर समझौता न होने के कारण दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने की संभावना बनी रहती है।
- यह विवाद भविष्य में कूटनीतिक तनाव, खाद्य असुरक्षा और जल संकट को जन्म दे सकता है
पाकिस्तान की आशंका–
- जल प्रवाह में गिरावट: पाकिस्तान मीडिया के अनुसार, डैम बनने से काबुल नदी के जल प्रवाह में 16-17% तक की कमी आ सकती है।
- संभावित प्रभाव:
- पाकिस्तान की खेती और जल आपूर्ति पर गंभीर असर
क्षेत्रीय जल विवादों को बढ़ावा मिलने की आशंका