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प्रधानमंत्री सूर्या घर योजना, भारत की सबसे बड़ी घरेलू रूफटॉप सोलर पहल है, जो 2027 तक एक करोड़ घरों को सौर ऊर्जा उपलब्ध कराएगी।
प्रधानमंत्री सूर्या घर योजना के मुख्य बिंदु:
- लक्ष्य: मार्च 2027 तक एक करोड़ घरों को मुफ्त बिजली उपलब्ध कराना।
- इंस्टॉलेशन का अनुमान: मार्च 2025 तक 10 लाख, अक्टूबर 2025 तक 20 लाख, मार्च 2026 तक 40 लाख और मार्च 2027 तक एक करोड़ इंस्टॉलेशन पूरे होंगे।
- योजना का शुभारंभ: यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 फरवरी 2024 को शुरू की।
- सहायता राशि: योजना के तहत 40 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाती है, जिससे सौर ऊर्जा सस्ती और सुलभ होती है।
- इंस्टॉलेशन की प्रगति: 9 महीनों में 3 लाख इंस्टॉलेशन पूरे हो चुके हैं, और मासिक इंस्टॉलेशन दर 70,000 तक पहुंच गई है।
- सरकार को बचत: इस योजना से सरकार को ₹75,000 करोड़ की वार्षिक बिजली लागत बचत होने का अनुमान है।
- स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा: यह पहल भारत को स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाती है।
मुख्य लाभ:
- घरानों को मुफ्त बिजली: इस योजना के तहत, घरों को सब्सिडी पर रूफटॉप सोलर पैनल की स्थापना के माध्यम से मुफ्त बिजली दी जाती है, जिससे उनके ऊर्जा खर्च में महत्वपूर्ण कमी आती है।
- सरकार के बिजली खर्च में कमी: सौर ऊर्जा के व्यापक उपयोग को बढ़ावा देने से सरकार को अनुमानित ₹75,000 करोड़ की वार्षिक बिजली लागत बचत होने का अनुमान है।
- नवीकरणीय ऊर्जा का बढ़ता उपयोग: यह योजना नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को अपनाने को बढ़ावा देती है, जिससे भारत में अधिक सतत और पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा मिश्रण को बढ़ावा मिलता है।
- कार्बन उत्सर्जन में कमी: इस योजना के तहत सौर ऊर्जा की ओर बदलाव करने से कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी, जिससे भारत के कार्बन फुटप्रिंट को घटाने में मदद मिलेगी।
प्रभाव :
- बचत और आय: घरों को बिजली बिलों पर बचत होगी, और अतिरिक्त बिजली बेचकर आय भी होगी।
- सौर क्षमता विस्तार: योजना से 30 GW सौर ऊर्जा क्षमता का विस्तार होगा, जिससे भारत के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य को मदद मिलेगी।
- पर्यावरणीय लाभ: 25 वर्षों में 1000 बीयू बिजली और 720 मिलियन टन CO2 उत्सर्जन की बचत होगी।
- रोजगार सृजन: योजना से लगभग 17 लाख नए रोजगार उत्पन्न होंगे।
सौर पैनल और पर्यावरणीय लाभ:
- कार्बन उत्सर्जन में कमी: सौर पैनल बिजली उत्पन्न करते हैं बिना कार्बन डाइऑक्साइड को वातावरण में छोड़े, जिससे कार्बन उत्सर्जन कम होता है।
- नवीकरणीय ऊर्जा: सौर पैनल सूरज की ऊर्जा का उपयोग करके बिजली उत्पन्न करते हैं, जो एक नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत है।
- कम कार्बन पदचिह्न: सौर ऊर्जा का कार्बन पदचिह्न बहुत कम होता है और यह जीवाश्म ईंधनों से ज्यादा पर्यावरण के अनुकूल है।
- ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन नहीं: सौर पैनल ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन नहीं करते।
- न्यूनतम पर्यावरणीय प्रभाव: सौर ऊर्जा का पर्यावरण पर प्रभाव जीवाश्म ईंधनों की तुलना में बहुत कम होता है।
- जीवाश्म ईंधनों पर निर्भरता में कमी: सौर ऊर्जा जीवाश्म ईंधनों पर निर्भरता को कम करने में मदद करती है।
- पानी की खपत में कमी: सौर पैनल को काम करने के लिए पानी की आवश्यकता नहीं होती, जबकि अन्य ऊर्जा स्रोतों को पानी चाहिए।
- पानी प्रदूषण में कमी: सौर ऊर्जा पारंपरिक पावर प्लांट्स की तरह पानी प्रदूषण नहीं करती।
- बिजली बिलों में कमी: सौर ऊर्जा आपके मासिक बिजली बिलों को काफी हद तक घटा सकती है।