Portulaca bharat
संदर्भ:
हाल ही में जयपुर के निकट अरावली की चट्टानी और अर्ध-शुष्क पहाड़ियों में एक नई फूलदार पौधों की प्रजाति की खोज हुई है, जिसका नाम Portulaca bharat रखा गया है। यह पौधा अपनी असामान्य बनावट और जैविक विशेषताओं के कारण विशिष्ट माना जा रहा है और भारत की जैव विविधता में एक महत्वपूर्ण जुड़ाव के रूप में देखा जा रहा है।
नया पुष्पाहार: Portulaca bharat की खोज:
- यह एक अनूठा फ़्लॉवरिंग प्लांट है, जिसे हाल ही में जयपुर के पास अरावली की चट्टानी एवं अर्ध-शुष्क धरातल में खोजा गया।
- नामकरण ‘bharat’ इस देश की जैव-संपदा को वर्णित करने का प्रतीक है।
- यह पोर्टुलाका उप-गण Neossia का हिस्सा है, जिसके केवल करीब 10 पौधे गैल्टाजी पहाड़ियों में मिले
- आकार और संरचना में अनोखे—इसके समांतर वृत्ताकार पत्ते, हलके पीले फूल जो शीर्ष पर क्रीमी सफ़ेद हो जाते हैं, ग्रंथि वाले बाल व मोटे जड़ प्रणाली जैसी विशेषताएँ हैं।
- फिलहाल IUCN की “Data Deficient” श्रेणी में रखा गया है, क्योंकि इसकी आबादी और वितरण पर पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है
महत्व: यह खोज न केवल भारत की अंतःस्थानीय प्रजातियों (endemics) की सूची में एक नया नाम जोड़ती है, बल्कि यह उन अनोखे पारिस्थितिकी तंत्रों की ओर भी संकेत करती है, जिन्हें संरक्षण की सख्त जरूरत है — खासकर अरावली जैसे जैव विविधता समृद्ध, लेकिन संकटग्रस्त क्षेत्र।