हाल ही में एक समारोह में, थल सेनाध्यक्ष (सीओएएस) ने मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री की चार बटालियनों को प्रतिष्ठित राष्ट्रपति कलर्स पुरस्कार (President’s Colours) प्रदान किए।
राष्ट्रपति कलर्स पुरस्कार (President’s Colours):
- इस सम्मान को ‘राष्ट्रपति का निशान’ के नाम से भी जाना जाता है।
- यह भारत में किसी सैन्य इकाई को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है।
- यह एक औपचारिक ध्वज होता है, जिस पर इकाई का चिन्ह और आदर्श वाक्य होता है, जो इकाई की उत्कृष्टता और सराहनीय सेवा का प्रतीक है।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि:
- राष्ट्रपति का निशान देने की परंपरा ऐतिहासिक सैन्य प्रथाओं से उत्पन्न हुई, जहां ध्वज इकाई की पहचान का प्रतीक होते थे और युद्ध में इन्हें एकत्र होने के लिए स्थान के रूप में उपयोग किया जाता था।
- भारत में, यह परंपरा ब्रिटिश भारतीय सेना से शुरू हुई थी और आज भी भारतीय सशस्त्र बलों में जारी है।
पात्रता और मानदंड:
- राष्ट्रपति का निशान उन इकाइयों को दिया जाता है जिन्होंने 25 वर्षों की निर्धारित अवधि तक उत्कृष्ट सेवा की हो।
- यह पुरस्कार इकाई की ऑपरेशनों और शांति काल दोनों में योगदान को मान्यता देता है।
पुरस्कार प्रदान करने की विधि:
- भारत के राष्ट्रपति, जो सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर होते हैं, आमतौर पर एक भव्य समारोह के दौरान राष्ट्रपति का निशान प्रदान करते हैं।
- राष्ट्रपति की अनुपस्थिति में, यह पुरस्कार सेवा प्रमुख द्वारा प्रदान किया जा सकता है।
प्रसिद्ध प्राप्तकर्ता: भारतीय नौसेना को 1951 में राष्ट्रपति का निशान प्राप्त करने वाली पहली इकाई होने का गौरव प्राप्त है।