PSLV-C61 Mission
संदर्भ:
ISRO ने श्रीहरिकोटा से PSLV-C61 मिशन के तहत EOS-09 सैटेलाइट को सूर्य-समकालिक ध्रुवीय कक्षा (Sun-synchronous polar orbit) में स्थापित करने के लिए प्रक्षेपण किया। हालांकि, यह मिशन तीसरे चरण (third-stage) में आई तकनीकी गड़बड़ी के कारण असफल रहा।
(PSLV-C61 Mission): भारत का ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान:
परिचय:
- PSLV का पूरा नाम है Polar Satellite Launch Vehicle
- इसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा विकसित किया गया है।
- मुख्य रूप से सूर्य–समकालिक ध्रुवीय कक्षाओं (SSPOs) में उपग्रह स्थापित करने के लिए डिज़ाइन किया गया।
- यह पृथ्वी अवलोकन मिशनों के लिए आदर्श है।
- मध्यम वजन वाले पेलोड्स को विभिन्न कक्षाओं में सटीकता से स्थापित करने में सक्षम।
संरचना और डिजाइन:
PSLV में चार चरण होते हैं, जिनमें ठोस और तरल प्रणोदन प्रणालियाँ बारी-बारी से उपयोग की जाती हैं।
पहला चरण:
- ईंधन: HTPB-आधारित ठोस प्रणोदक (Hydroxyl-Terminated Polybutadiene)।
- XL कॉन्फ़िगरेशन: छह स्ट्रैप–ऑन बूस्टर प्रारंभिक थ्रस्ट को बढ़ाते हैं।
- अधिकतम थ्रस्ट: लगभग 8 मेगान्यूटन (MN)।
दूसरा चरण:
- इंजन: Vikas इंजन।
- तरल ईंधन संयोजन:
- ईंधन: अनसिमेट्रिकल डाइमिथाइलहाइड्राजीन (UDMH)।
- ऑक्सीडाइजर: नाइट्रोजन टेट्रॉक्साइड (N₂O₄)।
- थ्रस्ट: लगभग 0.8 MN।
तीसरा चरण: ठोस प्रणोदन पर वापसी, फिर से HTPB-आधारित ईंधन का उपयोग।
चौथा चरण: दो तरल इंजन, जो निम्नलिखित का उपयोग करते हैं:
- ईंधन: मोनोमिथाइलहाइड्राजीन (MMH)।
- ऑक्सीडाइजर: मिश्रित नाइट्रोजन ऑक्साइड (MON)।