Pushkar Kumbh
संदर्भ:
12 वर्षों के अंतराल के बाद उत्तराखंड के माणा गांव स्थित केशव प्रयाग में पुष्कर कुंभ मेला आयोजित किया जा रहा है।
पुष्कर कुंभ:
परिचय:
- पुष्कर कुंभ: एक पवित्र वैष्णव तीर्थयात्रा
- आयोजन स्थल: केशव प्रयाग, माणा गाँव, उत्तराखंड
- नदी संगम: अलकनंदा और सरस्वती नदियों का संगम
- आयोजन अवधि: हर 12 वर्षों में, जब बृहस्पति मिथुन राशि में प्रवेश करता है
आध्यात्मिक महत्त्व:
- महाभारत की रचना का पवित्र स्थल: वेद व्यास ने यहीं पर महाभारत की रचना की
- दिव्य ज्ञान की प्राप्ति: संत रामानुजाचार्य और मध्वाचार्य ने देवी सरस्वती से यहाँ दिव्य ज्ञान प्राप्त किया
- दक्षिण भारत के भक्तों का विशेष आकर्षण
- भारत की विविध आध्यात्मिक परंपराओं को जोड़ने वाला सेतु
विशेषताएँ:
- परंपरागत कुंभों की तुलना में आकार में छोटा
- वैष्णव संतों और श्रद्धालुओं की विशेष उपस्थिति
- आध्यात्मिक साधना और धार्मिक अनुष्ठानों का केंद्र
पुष्कर कुंभ मेला 2025:
- आयोजन अवधि: 15 मई से 26 मई
- आवृत्ति: हर 12 साल में एक बार
- मुख्य आकर्षण:
- गंगा, सरस्वती और अलकनंदा के संगम पर स्नान
- पूजा-अर्चना और धार्मिक अनुष्ठान
- विशेषता:
- ज्ञान रूपी गंगा का प्रवाह और आध्यात्मिक साधना का केंद्र
- विशेषकर दक्षिण भारतीय भक्तों का प्रमुख तीर्थ स्थल