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न्याय प्रणाली में AI का उपयोग

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संदर्भ:

भारत को भी AI का उपयोग करके 5 करोड़ से अधिक लंबित मामलों को तेजी से निपटाने और कानून व्यवस्था में सुधार करने की दिशा में कदम बढ़ाने चाहिए। AI वैश्विक स्तर पर शासन प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव ला रहा है। प्रमुख शक्तियाँ न्याय प्रणाली में AI के उपयोग पर भारी निवेश कर रही हैं। अमेरिका का $100 अरब का Stargate AI Initiative और चीन के QWQ एवं DeepSeek जैसे बड़े भाषा मॉडल (LLMs) इस प्रतिस्पर्धा को दर्शाते हैं।

भारत की आपराधिक न्याय प्रणाली में AI का उपयोग

कानून प्रवर्तन और पुलिसिंग में AI:

  1. भविष्यवाणी आधारित अपराध मानचित्रण (Predictive Crime Mapping):
    • AI अपराध स्थान डेटा, गश्ती पैटर्न और अपराधी मार्गों का विश्लेषण करके पुलिसिंग को बेहतर बनाता है।
    • उदाहरण: दिल्ली और हैदराबाद पुलिस AI-आधारित मॉडल से अपराध हॉटस्पॉट ट्रैक करती हैं।
  2. AI-संचालित निगरानी और चेहरा पहचान प्रणाली (Facial Recognition):
    • AI को राष्ट्रीय अपराधी डेटाबेस से जोड़ा जाता है ताकि संदिग्धों की पहचान हो सके।
    • उदाहरण: उत्तर प्रदेश और दिल्ली पुलिस ने सार्वजनिक स्थानों पर रीयल-टाइम चेहरे की पहचान प्रणाली लागू की है।
  3. फॉरेंसिक और साइबर अपराध जांच (Forensic & Cybercrime Investigation):
    • AI-आधारित डिजिटल फॉरेंसिक टूल साइबर अपराध, धोखाधड़ी और वित्तीय अपराधों का विश्लेषण करते हैं।
    • ऑटोमेटेड FIR दर्ज करने और केस दस्तावेजीकरण के लिए स्पीच-टू-टेक्स्ट (Speech-to-text) टूल्स।
  4. पुलिस थानों में प्रशासनिक दक्षता:
    • AI जांच की निगरानी करता है, देरी को चिह्नित करता है और केस की गुणवत्ता का आकलन करता है।
    • यह पुलिस अधिकारियों को दस्तावेज़ीकरण से मुक्त कर जांच और सार्वजनिक सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है।

न्यायपालिका में AI: केस बैकलॉग से निपटना:

  1. स्वचालित कोर्ट ट्रांसक्रिप्शन और दस्तावेजीकरण:
    • AI-आधारित स्पीच-टू-टेक्स्ट तकनीक से सुनवाई की ट्रांसक्रिप्शन प्रक्रिया को तेज किया जा सकता है।
    • उदाहरण: SUPACE (Supreme Court Portal for Assistance in Courts Efficiency)।
  2. स्मार्ट केस प्रबंधन: AI केस फाइलों को डिजिटाइज़ और वर्गीकृत करता है, जिससे कागजी कार्रवाई और केस पुनर्प्राप्ति में देरी कम होती है।
  3. कानूनी शोध और मिसालों का विश्लेषण: AI न्यायाधीशों को जमानत, सजा और अपील से संबंधित कानूनी मिसालों (Legal Precedents) की पहचान करने में मदद करता है।
  4. अनियमितता और धोखाधड़ी का पता लगाना: AI अदालत दस्तावेज़ों, अनुबंधों और कानूनी फाइलिंग की सत्यता की जांच कर धोखाधड़ी को रोकता है।
  5. न्यायिक निगरानी: AI केस लंबित होने, मुकदमे में देरी और निचली अदालतों के प्रदर्शन की निगरानी कर उच्च न्यायालयों को रिपोर्ट कर सकता है।

E-Courts में प्रमुख AI अनुप्रयोग:

  • स्वचालित केस असाइनमेंट (Case allocation through AI)।
  • AI चैटबॉट्स (आम कानूनी प्रश्नों के उत्तर देने के लिए)।
  • स्मार्ट केस ट्रैकिंग (न्यायपालिका को लंबित मामलों की समीक्षा में मदद करने के लिए)।

AI के माध्यम से SMART Policing और पारदर्शिता:

SMART Policing (Strategic, Meticulous, Adaptable, Reliable, Transparent) पहल को AI बेहतर बनाता है:

  1. रणनीतिक : अपराध डेटा विश्लेषण से पुलिसिंग को स्मार्ट बनाना।
  2. सूक्ष्म योजना: सटीक अपराध पूर्वानुमान और निगरानी।
  3. अनुकूलनीय: नई तकनीकों को अपनाने की क्षमता।
  4. विश्वसनीय: न्याय प्रणाली में निष्पक्षता बनाए रखना।
  5. पारदर्शी (Transparent): पुलिसिंग में जवाबदेही और पारदर्शिता बढ़ाना।

 

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