Rudrastra Drone
संदर्भ:
हाल ही में भारतीय सेना ने नागपुर की Solar Aerospace and Defence Limited (SDAL) द्वारा तैयार किए गए घरेलू VTOL एम्स (Vertically Take-Off and Landing UAV) ड्रोन रुद्रास्त्र (Rudrastra) का पोखरण परीक्षण रेंज में सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
(Rudrastra Drone) रुद्रास्त्र ड्रोन की विशेषताएँ:
- दोहरी क्षमता वाला डिज़ाइन:
- यह ड्रोन हेलिकॉप्टर की तरह उड़ान भर सकता है और विमान की तरह तेज़ गति से क्रूज़ कर सकता है।
- इससे यह बहु–उपयोगी (versatile) और रडार पर पकड़ में न आने वाला बन जाता है।
- स्मार्ट वॉरहेड से लैस:
- रुद्रास्त्र में एंटी–पर्सनल वॉरहेड लगे हैं।
- ये दुश्मन सैनिकों और उनके ठिकानों को सटीकता से निशाना बना सकते हैं।
- लंबी दूरी पर हमला:
- यह 50 किमी से भी अधिक दूरी तक लक्ष्य को भेद सकता है।
- पोखरण परीक्षण के दौरान, ड्रोन ने 170 किमी की पूरी दूरी तय की और लगभग 90 मिनट तक हवा में बना रहा।
- रीयल–टाइम निगरानी और वापसी:
- इसने उड़ान के दौरान रीयल–टाइम वीडियो फीड भेजी।
- स्वतः वापसी की क्षमता के साथ यह मिशन पूरा कर वापस लौट आया।
- एयरबर्स्ट गोला–बारूद (Airburst Munition)
- इसने कम ऊंचाई पर विस्फोटक गिराया, जिससे विस्तृत क्षेत्र में नुकसान पहुंचा।
- यह तकनीक दुश्मन के कैंप, तोपखाने और छिपे ठिकानों को नष्ट करने में अत्यंत प्रभावी है।
- गहरे इलाकों में स्ट्राइक:
- रुद्रास्त्र को खासतौर पर दुश्मन की सीमा के भीतर स्थित ठिकानों जैसे:
- तोपखाने (Artillery guns)
- आतंकी अड्डों (Terrorist hideouts)
- कमांड पोस्ट्सपर हमला करने के लिए डिजाइन किया गया है।
🔹 7. स्टैंड–ऑफ हथियार (Stand-Off Weapon)
- यह सेना को सुरक्षित दूरी से हमला करने की क्षमता देता है।
- यह ड्रोन चुपचाप घुसता है, हमला करता है और लौट आता है – बिना किसी सैनिक की जान जोखिम में डाले।