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संदर्भ:
रूस का Su-57E स्टील्थ फाइटर (पांचवीं पीढ़ी) का फ्लाइट डेमोंस्ट्रेटर प्रोटोटाइप 6 फरवरी को बेंगलुरु के येलहंका एयर बेस पर उतरा, जो Aero India 2025 में हिस्सा लेगा। भारत, चीन के झुहाई एयरशो 2024 के बाद इस जेट का प्रदर्शन देखने वाला दूसरा देश बना है।
रूस का Su-57E स्टील्थ फाइटर के लिए भारत को प्रस्ताव:
रूस भारत की Su-57E स्टील्थ फाइटर में रुचि बढ़ाने के लिए सक्रिय है। Rosoboronexport ने भारत को ये प्रस्ताव दिए हैं:
- सीधा खरीद विकल्प: भारत Su-57E लड़ाकू विमान सीधे खरीद सकता है।
- संयुक्त उत्पादन: भारत में Su-57E का उत्पादन मिलकर किया जा सकता है।
- 5वीं पीढ़ी के फाइटर पर सहयोग: भारत के स्वदेशी 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान के विकास में रूस सहायता कर सकता है।
FGFA कार्यक्रम (फिफ्थ जेनरेशन फाइटर एयरक्राफ्ट)
- 2007 में भारत–रूस समझौता:
- अक्टूबर 2007: भारत और रूस ने संयुक्त रूप से पाँचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान (FGFA) विकसित करने का प्रारंभिक समझौता किया।
- 2010 में सहमति: FGFA को T-50 प्रोटोटाइप (अब Su-57) के आधार पर विकसित करने पर सहमति बनी।
- IAF संस्करण:
- FGFA को Su-57 का ट्विन–सीटर संस्करण बनाने की योजना थी।
- भारतीय वायुसेना (IAF) की आवश्यकताओं के अनुसार कस्टमाइज़ेशन शामिल था।
- FGFA विकास समझौता:
- 21 दिसंबर 2010 को औपचारिक समझौता हुआ।
- प्रीलिमिनरी डिज़ाइन (PD) कॉन्ट्रैक्ट पर $295 मिलियन का करार हुआ।
- भारतीय इंजीनियरों को 20 प्रशिक्षण कार्यक्रमों में शामिल किया गया।
- यह प्रशिक्षण जुलाई 2011 में पूरा हुआ, लेकिन प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ा।
- FGFA प्रोजेक्ट में रुकावटें:
- लागत, भारत की वर्कशेयर, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर (ToT), और डिलीवरी शेड्यूल पर असहमति।
- IAF की मुख्य चिंताएँ:
- Su-57 का स्टेज–1 इंजन सुपरक्रूज़ (अतिविशिष्ट गति) करने में असमर्थ था।
- ऑल–एस्पेक्ट स्टेल्थ की कमी।
भारत की Su-57 में नई रुचि
- भारत ने अमेरिकी F-35 में रुचि नहीं दिखाई, जबकि चीन और पाकिस्तान बड़े पैमाने पर स्टेल्थ फाइटर्स तैनात कर रहे हैं।
- चीन (PLAAF) J-20 स्टेल्थ फाइटर बढ़ा रहा है, जबकि पाकिस्तान (PAF) J-31 और तुर्की-पाकिस्तान संयुक्त रूप से KAAN जेट का उत्पादन कर सकते हैं।
- 2030 तक, चीन के पास ~300 J-20 और पाकिस्तान के पास ~30 J-31 हो सकते हैं, जिससे IAF को गंभीर स्टेल्थ चुनौती मिलेगी।
- इन खतरों को देखते हुए, भारत के लिए Su-57 जैसे स्टेल्थ फाइटर में रुचि अनिवार्य हो सकती है।
Sukhoi Su-57E:
परिचय:
- Su-57E रूस का पाँचवीं पीढ़ी का स्टेल्थ फाइटर जेट है, जिसे भारत को संयुक्त उत्पादन के लिए पेश किया गया है।
- यह Sukhoi द्वारा विकसित ट्विन–इंजन मल्टीरोल स्टेल्थ एयरक्राफ्ट है।
प्रमुख विशेषताएँ:
- स्टेल्थ: सेरेटेड एग्जॉस्ट नोजल जो रडार और इंफ्रारेड सिग्नेचर को कम करता है।
- हथियार क्षमता: 4 टन तक के हथियार ले जाने में सक्षम (एयर-टू-एयर और एयर-टू-ग्राउंड मिसाइलें)।
- अधिकतम गति: लगभग Mach 1.8 (2,222 किमी/घंटा)।
- अधिकतम परिचालन ऊँचाई: 54,100 फीट (16,500 मीटर)।
- कॉम्बैट रेंज: 1,864 मील (लगभग 3,000 किमी)।