Sugar Boards
संदर्भ:
बच्चों में चीनी सेवन को लेकर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने देशभर के 24,000 से अधिक स्कूलों में ‘शुगर बोर्ड्स’ (Sugar Boards) स्थापित करना अनिवार्य किया है।
क्या हैं शुगर बोर्ड्स (Sugar Boards)?
- शुगर बोर्ड्स स्कूलों में लगाए जाने वाले दृश्य प्रदर्शन बोर्ड हैं जो लोकप्रिय पैकेज्ड खाद्य और पेय पदार्थों (जैसे कोल्ड ड्रिंक्स, जूस आदि) में मौजूद चीनी की मात्रा को दर्शाते हैं।
- ये बोर्ड्स WHO द्वारा अनुशंसित दैनिक चीनी सेवन सीमा, अत्यधिक चीनी सेवन से होने वाले स्वास्थ्य जोखिम (जैसे मोटापा, डायबिटीज़) और स्वस्थ विकल्पों की जानकारी भी देते हैं।
भारत में शुगर बोर्ड्स की आवश्यकता क्यों है?
- Type-2 डायबिटीज़ में खतरनाक वृद्धि: राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने बच्चों में Type-2 डायबिटीज़ के मामलों में तेज़ वृद्धि को उजागर किया है — जो पहले केवल वयस्कों में आम था।
- उच्च चीनी सेवन
- 4–10 वर्ष के बच्चे: दैनिक कैलोरी का 13% चीनी से।
- 11–18 वर्ष के किशोर: दैनिक कैलोरी का 15% चीनी से — जो कि WHO द्वारा सुझाए गए 5% की सीमा से तीन गुना अधिक है।
- डायबिटीज़ की घटनाएं
- भारत में बच्चों व किशोरों में Type-2 डायबिटीज़ का अनुमानित दर: 397/लाख
- विश्व में दूसरा स्थान, केवल चीन (734/लाख) के बाद।
- चीनी के अधिशेष का माहौल: स्कूलों व आसपास के इलाकों में मीठे पेय, स्नैक्स और प्रोसेस्ड फूड्स की आसान उपलब्धता बच्चों को अनजाने में अत्यधिक चीनी सेवन की ओर धकेल रही है।
भारत में खाद्य मानकों के लिए नियामक ढांचा:
FSSAI (भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण)
- भूमिका: भारत में खाद्य सुरक्षा, लेबलिंग और पोषण से संबंधित दावों (जैसे चीनी, वसा और नमक की मात्रा) की निगरानी करता है।
- अधीनस्थ कानून: Food Safety and Standards Act, 2006 के अंतर्गत कार्य करता है।
HFSS (High Fat, Sugar, and Salt) मानकों की स्थिति:
- वर्तमान स्थिति: 2025 में एक वैज्ञानिक समिति गठित की गई थी जो स्कूल भोजन के लिए HFSS परिभाषित मानक तय करने हेतु गठित हुई, लेकिन अब तक कोई सर्वसम्मति नहीं बन सकी है।
- वर्तमान में प्रयुक्त मानक: भारत WHO के अंतरराष्ट्रीय मानकों का अनुपालन करता है क्योंकि कोई भारत-विशिष्ट HFSS कट-ऑफ अभी तय नहीं हुआ है।
वर्तमान विनियम और दिशा–निर्देश
- “Low in Sugar” दावा: कोई खाद्य उत्पाद “कम चीनी वाला” तभी कहलाता है यदि उसमें 100 ग्राम में ≤5 ग्राम चीनी हो।
- WHO अनुशंसा: वयस्कों और बच्चों दोनों के लिए प्रतिदिन अधिकतम 25 ग्राम (लगभग 6 चम्मच) चीनी सेवन की सलाह।
स्वास्थ्य–तारांकित मूल्यांकन
- स्थिति: एक “Front-of-Pack” लेबलिंग सिस्टम का विकास चल रहा है, जिसमें स्वास्थ्य तारांकित रेटिंग दी जाएगी।