T-Bills
संदर्भ:
हाल ही में भारत ने मालदीव को वित्तीय सहायता देते हुए 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर के ट्रेज़री बिल (Treasury Bill) को एक और वर्ष के लिए नवीनीकृत (renew) किया है। यह सहायता भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के माध्यम से प्रदान की गई है।
ट्रेजरी बिल (T-Bills):
परिभाषा: ट्रेजरी बिल एक अल्पकालिक ऋण उपकरण है जिसे भारतीय सरकार द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के माध्यम से जारी किया जाता है।
उद्देश्य:
- केन्द्रीय सरकार की अल्पकालिक वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करना।
- खुला बाजार संचालन (OMO) रणनीति के तहत RBI द्वारा जारी किया जाता है:
- मुद्रास्फीति नियंत्रण
- व्यय/उधारी पर नियंत्रण
निवेशकों के लिए लाभ:
- सुरक्षित निवेश: सरकारी प्रतिभूतियों में सर्वाधिक सुरक्षित।
- उच्च तरलता: किसी भी समय नकद में परिवर्तनीय।
विशेषताएँ:
- शून्य कूपन प्रतिभूतियाँ:
- ब्याज का भुगतान नहीं होता।
- छूट पर जारी और परिपक्वता पर अंकित मूल्य पर पुनर्भुगतान।
- उदाहरण:
- 91-दिवसीय ट्रेजरी बिल का अंकित मूल्य ₹100/- हो सकता है, लेकिन इसे ₹98/- पर जारी किया जाएगा।
- वापसी: ₹100 – ₹98 = ₹2 (निवेशक का लाभ)।
अवधि: 91 दिन, 182 दिन, 364 दिन।
न्यूनतम निवेश: ₹25,000 या इसके गुणज।
निष्कर्ष: ट्रेजरी बिल सरकारी वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने का एक महत्वपूर्ण उपकरण है और निवेशकों के लिए सुरक्षित और तरल निवेश का विकल्प प्रदान करता है।