UNFPA World Population Report 2025
संदर्भ:
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) की हालिया रिपोर्ट “State of the World Population 2025: The Real Fertility Crisis” के अनुसार, भारत की जनसंख्या अनुमानित रूप से 146.39 करोड़ तक पहुंच चुकी है। इस आंकड़े के साथ भारत औपचारिक रूप से विश्व का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन गया है, जिससे वैश्विक जनसांख्यिकीय संतुलन में महत्वपूर्ण परिवर्तन देखने को मिला है।
प्रमुख बिंदु: UNFPA World Population Report 2025–
- वर्तमान जनसंख्या अनुमान:
- संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) की 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत की जनसंख्या अप्रैल 2025 तक 146.39 करोड़ तक पहुँच चुकी है।
- भारत को अब “विश्व का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश“ घोषित किया गया है, जबकि चीन की जनसंख्या 141.61 करोड़ आंकी गई है।
- प्रजनन दर (TFR) में गिरावट:
- भारत की कुल प्रजनन दर (TFR) घटकर 1.9 हो गई है, जो कि जनसंख्या स्थिर रखने के लिए आवश्यक स्तर 2.1 से नीचे है।
- TFR उस औसत संख्या को दर्शाता है जितने बच्चे एक महिला अपने जीवनकाल में जन्म देती है।
- 2021 में भारत ने राष्ट्रीय स्तर पर विस्थापन स्तर की प्रजनन दर (2.0) प्राप्त कर ली थी (Registrar General of India की रिपोर्ट अनुसार)।
- भविष्य की जनसंख्या का अनुमान: भारत की जनसंख्या अगले 40 वर्षों तक बढ़कर 170 करोड़ तक पहुँचने की संभावना है, उसके बाद इसमें गिरावट आने लगेगी।
- घरेलू अनुमानों से तुलना: UNFPA का अनुमान (146.39 करोड़) भारत सरकार की 2019 में प्रकाशित तकनीकी समिति की रिपोर्ट (141.10 करोड़) से काफी अधिक है।
- जनगणना से जुड़ी जानकारी:
- भारत में पिछली जनगणना 2011 में हुई थी।
- 2021 में प्रस्तावित जनगणना अब तक नहीं हो पाई है।
- सरकार ने घोषणा की है कि यह जनगणना अब मार्च 2027 तक पूरी की जाएगी।
- प्रजनन इच्छाओं की पूर्ति में असफलता: रिपोर्ट बताती है कि करोड़ों लोग अपनी प्रजनन इच्छाओं को पूरा नहीं कर पा रहे हैं, जिससे स्पष्ट होता है कि पर्याप्त प्रजनन स्वास्थ्य और पारिवारिक नियोजन सेवाएं अब भी उपलब्ध नहीं हैं।
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA):
- स्थापना: 1969 में UN Fund for Population Activities के रूप में, 1987 में नाम बदला गया – United Nations Population Fund (UNFPA)
- मुख्यालय: न्यूयॉर्क, अमेरिका
- मिशन: हर गर्भावस्था इच्छित हो, हर प्रसव सुरक्षित हो और हर युवा अपनी पूरी क्षमता प्राप्त करे
- मंडेट: यौन और प्रजनन स्वास्थ्य अधिकारों का प्रचार, सुरक्षित मातृत्व, परिवार नियोजन और लैंगिक समानता को बढ़ावा देना
- शासन संरचना: 36-सदस्यीय कार्यकारी बोर्ड को रिपोर्ट करता है; ECOSOC और संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) से मार्गदर्शन प्राप्त करता है
- वैश्विक उपस्थिति: 150+ देशों में कार्यरत, राष्ट्रीय सरकारों व UN विकास भागीदारों के साथ समन्वय में
- प्रमुख कार्य:
- जनगणनाओं और स्वास्थ्य सर्वेक्षणों का समर्थन
- परिवार नियोजन कार्यक्रमों में सहयोग
- UN Development Group और Chief Executives Board जैसे अंतर-एजेंसी ढांचों में सक्रिय भागीदारी