Urban Forests in India
संदर्भ:
हैदराबाद का कांचा गाचीबोवली वन, जो शहर के कुछ दुर्लभ हरित क्षेत्रों में से एक है, उस समय कानूनी और पर्यावरणीय संघर्ष का केंद्र बन गया जब तेलंगाना सरकार ने इसके 400 एकड़ क्षेत्र को औद्योगिक क्षेत्र में बदलने की योजना बनाई।
(Urban Forests in India) शहरी वनों का महत्व क्यों है?
प्रमुख शहरी वन उदाहरण:
- कांचा गाचीबौली (हैदराबाद), आरे (मुंबई), तुराहल्ली (बेंगलुरु), नीला हौज व रिज (दिल्ली), डोल का बाढ़ (जयपुर)
शहरी वनों के लाभ:
- जलवायु परिवर्तन में राहत: कार्बन अवशोषण और प्रदूषकों का शोषण करते हैं
- जल प्रबंधन: वर्षा जल बहाव, कटाव और बाढ़ नियंत्रण में सहायक
- शहरी ऊष्मा द्वीप प्रभाव में कमी: तापमान को नियंत्रित करते हैं
- वाहन प्रदूषण से मुकाबला: PM 2.5 और PM 10 जैसे कणों को सोखते हैं
- जैव विविधता का संरक्षण: संकटग्रस्त प्रजातियों के लिए आवास उपलब्ध कराते हैं
- US Department of Agriculture Forest Service के अनुसार,
1 हेक्टेयर में लगे पेड़ लगभग 1 टन वायु प्रदूषक को हटाने में सक्षम होते हैं। - भारत के महानगरों में शहरी वनों का क्षरण गंभीर संकट बनता जा रहा है।
उदाहरण: दिल्ली का AQI 494 तक पहुँच जाना खतरनाक स्थिति दर्शाता है।
शहरी वनों की सुरक्षा हेतु कानूनी व नीतिगत ढाँचा:
संविधानिक प्रावधान:
- अनुच्छेद 21: जीवन के अधिकार में स्वस्थ पर्यावरण का अधिकार शामिल
- अनुच्छेद 48A: राज्य का कर्तव्य – पर्यावरण की रक्षा व सुधार
- अनुच्छेद 51A(g): नागरिकों का मौलिक कर्तव्य – पर्यावरण की सुरक्षा
सरकारी योजनाएँ व नीतियाँ:
- राष्ट्रीय वन नीति (1988): वनीकरण और सामाजिक वानिकी पर बल
- ग्रीन इंडिया मिशन (2014): पारिस्थितिकीय संतुलन हेतु हरित विस्तार
- स्मार्ट सिटी मिशन और AMRUT योजना (2015): शहरी विकास में पर्यावरण का समावेश
- नगर वन योजना (2020): शहरी क्षेत्रों में वनों के सृजन को बढ़ावा देने के लिए MoEF&CC द्वारा शुरू की गई
भारतीय शहरों में कांचा गाचीबौली जैसे शहरी वनों का महत्व
- वायु गुणवत्ता और जनस्वास्थ्य में सुधार: शहरी वन PM 2.5 और PM 10 जैसे हानिकारक प्रदूषकों को अवशोषित करके शहरी वायु को शुद्ध करते हैं, जिससे जनता का स्वास्थ्य बेहतर होता है।
- जलवायु परिवर्तन और शहरी ऊष्मा में कमी: ये शहरी ऊष्मा द्वीप प्रभाव को कम करते हैं और वर्षा जल के बहाव को नियंत्रित कर बाढ़ को रोकने में मदद करते हैं।
- जैव विविधता का संरक्षण और मनोरंजन: शहरी वन संकटग्रस्त पक्षियों और जीवों के आवास को सुरक्षित रखते हैं और शहरवासियों को प्राकृतिक वातावरण में आराम व मनोरंजन के लिए जगह प्रदान करते हैं।
आगे का रास्ता:
- शहरी वनों की कानूनी सुरक्षा: कांचा गाचीबौली जैसे शहरी वनों को नगर मास्टर प्लान और वन कानूनों में सम्मिलित कर स्पष्ट कानूनी संरक्षण प्रदान करें ताकि इन्हें गैर-वन उपयोग के लिए परिवर्तन से बचाया जा सके।
- सामुदायिक सहभागिता को मजबूत करना: स्थानीय समुदायों और नागरिक निकायों को शहरी वनों के सह-प्रबंधन और निगरानी में सक्षम बनाएं। नागरिकों द्वारा संचालित पहलों के माध्यम से दीर्घकालिक संरक्षण और जवाबदेही सुनिश्चित करें।