Mains GS II – विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकारी नीतियां और हस्तक्षेप, केंद्र और राज्यों द्वारा आबादी के कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएं। |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 18 सितंबर 2024 को दिल्ली में NPS ‘वात्सल्य योजना’ की औपचारिक शुरुआत कर दी है। यह योजना बजट 2024-25 में की गई घोषणा के अनुरूप है, जिसमें बच्चों के भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित करने के लिए यह पहल की गई है। इसे लागू करने के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म भी लॉन्च किया गया है।
NPS वात्सल्य स्कीम क्या है?
- NPS ‘वात्सल्य’ योजना एक सरकारी सामाजिक सुरक्षा योजना है।
- यह मौजूदा राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) का विस्तार है, जिसे पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) द्वारा संचालित किया जा रहा है।
- इसमें माता-पिता को अपने बच्चों के दीर्घकालिक वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने के लिए एक प्रभावी साधन प्रदान किए जाते है।
- NPS ‘वात्सल्य’ योजना के तहत, माता-पिता अपने बच्चों के नाम पर निवेश कर सकते हैं।
- यह योजना बच्चों के लिए एक रिटायरमेंट फंड तैयार करने की दिशा में काम करती है, जिसमें नियमित निवेश किया जाता है, जैसे कि वर्तमान NPS योजना में किया जाता है।
- देश के सभी बैंक, पोस्ट ऑफिस और पेंशन फंड के पॉइंट ऑफ प्रेजेंस (POP) और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म e-NPS का उपयोग करके इस खाते को खोल सकते हैं।
राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS)● राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) भारत सरकार द्वारा संचालित एक दीर्घकालिक निवेश योजना है। ● यह योजना 2004 में सरकारी कर्मचारियों के लिए शुरू की गई थी और 2009 में इसे सभी भारतीय नागरिकों के लिए खोल दिया गया। ● इसे पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) द्वारा नियंत्रित किया जाता है। ● NPS के तहत निवेशक अपने रिटायरमेंट के लिए नियमित रूप से योगदान करते हैं और एक निश्चित अवधि के बाद पेंशन प्राप्त करते हैं। ● NPS में निवेश पर कर लाभ प्राप्त किया जा सकता है। धारा 80C: NPS में की गई निवेश राशि पर कर लाभ मिलता है। धारा 80CCD(1B): अतिरिक्त ₹50,000 तक की निवेश राशि पर अतिरिक्त कर लाभ प्राप्त किया जा सकता है। ● NPS में दो प्रकार के अकाउंट होते हैं: ○ टियर-I अकाउंट: यह मुख्य पेंशन अकाउंट है जिसमें निवेश किए गए फंड को रिटायरमेंट तक लॉक किया जाता है। ○ टियर-II अकाउंट: यह एक लिक्विडिटी अकाउंट है, जिसमें निवेशक आवश्यकता के अनुसार पैसे निकाल सकते हैं। |
NPS ‘वात्सल्य’ योजना का मुख्य उद्देश्य
- NPS ‘वात्सल्य’ योजना का मुख्य उद्देश्य बच्चों के भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित करना है।
- यह योजना विशेष रूप से उन माता-पिता के लिए बनाई गई है जो अपने बच्चों के लिए दीर्घकालिक धन संचित करना चाहते हैं, जिससे भविष्य में उनके बच्चे वित्तीय रूप से स्वतंत्र और सुरक्षित रह सकें।
- इस योजना का लक्ष्य बच्चों के शिक्षा, शादी, स्वास्थ्य और अन्य महत्वपूर्ण जरूरतों के लिए एक मजबूत वित्तीय आधार तैयार करना है।
NPS ‘वात्सल्य योजना’ के मुख्य प्रावधान
- NPS ‘वात्सल्य’ योजना एक विशेष स्कीम है जो अवयस्कों (18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों) के लिए बनाई गई है।
- इस योजना के तहत, माता-पिता या अभिभावक अपने बच्चों की ओर से उनके नाम पर NPS (नेशनल पेंशन सिस्टम) खाता खोल सकते हैं और उसमें निवेश कर सकते हैं।
- जैसे ही बच्चा 18 वर्ष का हो जाता है, इस खाते को स्वतः रेगुलर NPS टियर-1 खाते में परिवर्तित कर दिया जाता है। इसके बाद, बच्चा खुद अपने खाते को संचालित कर सकता है।
- इसके अलावा, यदि वयस्क होने पर बच्चा चाहे तो वह NPS ‘वात्सल्य’ योजना से किसी अन्य गैर-NPS योजना में भी आसानी से स्थानांतरित हो सकता है।
- NPS ‘वात्सल्य’ योजना के तहत, बच्चे के 18 साल के होने तक माता-पिता कुल जमा राशि का अधिकतम तीन बार 25% तक निकाल सकते हैं।
- 18 साल की उम्र से पहले इस योजना से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है।
NPS वात्सल्य योजना की मुख्य विशेषताएं:
- न्यूनतम निवेश राशि: योजना में खाता खोलने के लिए न्यूनतम 1000 रुपये का निवेश किया जा सकता है। निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है।
- निवेश के विकल्प: निवेशक अपने हिसाब से स्टॉक, बॉन्ड, सरकारी बॉन्ड, या ऑटो-चॉइस लाइफ-साइकल फंड जैसे विकल्पों में निवेश कर सकते हैं।
- कर लाभ: निवेशकों को इनकम टैक्स एक्ट 80C और 80CCD(1B) के तहत कर में छूट मिलती है, जो इसे एक कर-लाभकारी योजना बनाती है।
- लॉक-इन अवधि: NPS वात्सल्य योजना में तीन साल की लॉक-इन अवधि है। इसके बाद, कुल जमा राशि का 25% निकाला जा सकता है, लेकिन केवल शिक्षा या बीमारी की स्थिति में ही यह संभव होगा।
NPS वात्सल्य योजना की अन्य योजनाओं से तुलना
- NPS ‘वात्सल्य’ योजना की तुलना PPF और सुकन्या समृद्धि योजना जैसी अन्य बचत योजनाओं से करें तो इसकी मुख्य विशेषता बच्चों के लिए दीर्घकालिक पेंशन सुरक्षा पर केंद्रित है, जबकि PPF और सुकन्या समृद्धि योजना सुरक्षित निवेश और निश्चित रिटर्न के उद्देश्य से बनाई गई हैं।
- PPF एक दीर्घकालिक कर-मुक्त निवेश योजना है जो सभी के लिए उपलब्ध है, जबकि सुकन्या समृद्धि योजना विशेष रूप से बालिकाओं के लिए है और उनकी शिक्षा व विवाह के लिए धन जुटाने में मदद करती है। इसके विपरीत, NPS ‘वात्सल्य’ योजना बच्चों को भविष्य में पेंशन सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ माता-पिता को निवेश में लचीलापन और कर लाभ देती है।
- PPF और सुकन्या समृद्धि में निकासी के प्रावधान आसान होते हैं, जबकि NPS वात्सल्य में 18 वर्ष तक निकासी सीमित होती है।
दीर्घकालिक निवेश के रूप मे NPS वात्सल्य योजना
- NPS ‘वात्सल्य’ योजना की तुलना अन्य दीर्घकालिक निवेश विकल्पों से करें तो इसका औसत वार्षिक रिटर्न (14%) काफी आकर्षक है।
- उदाहरण के तौर पर, म्यूचुअल फंड्स और इक्विटी में निवेश उच्च रिटर्न दे सकते हैं, लेकिन वे जोखिम के अधीन होते हैं, जबकि NPS वात्सल्य में पेंशन सुरक्षा के साथ दीर्घकालिक स्थिरता और कर लाभ मिलता है।
- PPF और सुकन्या समृद्धि जैसी सरकारी योजनाओं में कम जोखिम होता है, लेकिन इनका औसत रिटर्न NPS की तुलना में कम होता है।
- उदाहरण: अगर आप तीन साल के बच्चे के लिए हर महीने ₹15,000 का निवेश 15 साल तक करते हैं और 14% का वार्षिक रिटर्न मिलता है, तो 15 साल बाद यह राशि ₹91.93 लाख हो जाएगी, जो दीर्घकालिक धन सृजन के लिए एक महत्वपूर्ण लाभ है।
भारत सरकार की निवेश संबंधी प्रमुख योजनाएं और पहल
- राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS): रिटायरमेंट के बाद वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई यह योजना दीर्घकालिक निवेश के लिए उपयुक्त है।
- प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY): वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए, यह योजना देश के प्रत्येक नागरिक को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ने के उद्देश्य से शुरू की गई थी। इस योजना के तहत बचत खातों, बीमा और क्रेडिट जैसी सुविधाओं का लाभ मिलता है।
- सुकन्या समृद्धि योजना (SSY): यह योजना बालिका शिक्षा और उनकी शादी के खर्चों के लिए निवेश का एक सुरक्षित माध्यम है, जो कर लाभ और अच्छा ब्याज प्रदान करती है।
- प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (PMVVY): वरिष्ठ नागरिकों के लिए बनाई गई यह योजना उन्हें 10 वर्षों के लिए नियमित पेंशन प्रदान करती है, जिसमें निश्चित ब्याज दर मिलती है।
- पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF): यह दीर्घकालिक निवेश योजना कर लाभ और गारंटीड रिटर्न प्रदान करती है, जो भारत में सबसे लोकप्रिय निवेश योजनाओं में से एक है।
- म्यूचुअल फंड्स में निवेश: SEBI द्वारा नियंत्रित, यह निवेश विकल्प जोखिम और लाभ के संतुलन के आधार पर निवेशकों को अच्छे रिटर्न प्रदान करता है। सरकार ने म्यूचुअल फंड्स को बढ़ावा देने के लिए कर लाभ और निवेशक सुरक्षा तंत्र को मजबूत किया है।
- अटल पेंशन योजना (APY): यह योजना असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए है, जो उन्हें 60 वर्ष की उम्र के बाद पेंशन सुरक्षा प्रदान करती है।
UPSC पिछले वर्ष के प्रश्न (PYQ)प्रश्न. निम्नलिखित में से कौन राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) में शामिल हो सकता है? (2017) (a) केवल निवासी भारतीय नागरिक (b) केवल 21 से 55 वर्ष की आयु के व्यक्ति (c) अधिसूचना की तारीख के बाद सेवाओं में शामिल होने वाले सभी राज्य सरकार के कर्मचारी तथा संबंधित राज्य की सरकारों द्वारा अधिसूचना किये जाने की तारीख के पश्चात सेवा में आये हैं (d) सशस्त्र बलों सहित केंद्र सरकार के सभी कर्मचारी, जो 1 अप्रैल, 2004 या उसके बाद सेवाओं में शामिल हुए हैं। |
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