World Bank, India FY26 GDP growth forecast
World Bank, India FY26 GDP growth forecast
संदर्भ:
विश्व बैंक (World Bank) ने जून 2025 में अपनी द्विवार्षिक रिपोर्ट Global Economic Prospects (GEP) प्रकाशित की है, जिसमें भारत की वित्तीय वर्ष 2025–26 (FY26) की GDP वृद्धि दर 6.3% रहने का अनुमान लगाया गया है। यह अनुमान जनवरी 2025 की रिपोर्ट की तुलना में 40 बेसिस पॉइंट्स कम किया गया है। रिपोर्ट में FY27 के लिए 6.5% और FY28 के लिए 6.7% की वृद्धि दर का अनुमान जताया गया है।
भारत से जुड़ी आर्थिक स्थिति:
तेज़ी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था:
- हालाँकि भारत की विकास दर का पूर्वानुमान पहले की तुलना में थोड़ा घटाया गया है, फिर भी भारत दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहेगा।
विकास दर में कुछ मंदी:
- भारत में विकास दर में हल्की मंदी देखी गई:
- मांग पक्ष (Demand Side): निवेश (Investment) में गिरावट।
- आपूर्ति पक्ष (Supply Side): औद्योगिक उत्पादन वृद्धि (Industrial Output Growth) में कमी।
- सकारात्मक पक्ष:
- निर्माण (Construction) और सेवाक्षेत्र (Services Activity) की वृद्धि स्थिर बनी रही।
- ग्रामीण क्षेत्रों में मांग बनी रहने से कृषि उत्पादन ने सूखे की स्थिति से उबरते हुए सुधार किया।
राजकोषीय संतुलन की दिशा में प्रगति:
- आने वाले वर्षों में भारत में राजकोषीय संतुलन (Fiscal Consolidation) जारी रहने की संभावना है।
- इसमें मदद करेगी:
- बढ़ती कर आय (Tax Revenues)
- घटते चालू खर्च (Current Expenditures)
- इससे सार्वजनिक ऋण–से–जीडीपी अनुपात (Public Debt-to-GDP Ratio) में धीरे-धीरे गिरावट आने की उम्मीद है।
वैश्विक आर्थिक परिदृश्य: विश्व बैंक (World Bank) की जून GEP रिपोर्ट 2025
वैश्विक जीडीपी वृद्धि दर में कटौती
- विश्व बैंक (World Bank) ने जून 2025 की ग्लोबल इकोनॉमिक प्रॉस्पेक्ट्स (GEP) रिपोर्ट में वैश्विक GDP वृद्धि का पूर्वानुमान घटाकर:
- 2025: 2.3% (0.4% की कटौती)
- 2026: 2.4% (0.3% की कटौती)
व्यापार तनाव और नीति अनिश्चितता
- रिपोर्ट के अनुसार, बढ़ते व्यापार तनाव और नीतिगत अनिश्चितता के कारण 2025 में वैश्विक वृद्धि की गति 2008 के बाद की सबसे धीमी रह सकती है (वैश्विक मंदी को छोड़कर)।
- इसका असर यह हुआ है कि:
- करीब 70% देशों में, चाहे वे किसी भी क्षेत्र या आय वर्ग में हों, विकास दर के अनुमान में कटौती की गई है।
वैश्विक मुद्रास्फीति:
विश्व बैंक का अनुमान है कि:
- 2025 और 2026: औसत वैश्विक मुद्रास्फीति 9% रहेगी
- 2027: इसमें कमी आकर 5% होने की संभावना है।
नीतिगत सिफारिशें: विश्व बैंक ने वैश्विक विकास को पुनर्जीवित करने के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए:
- घरेलू राजस्व (Domestic Revenue) बढ़ाने पर जोर दें
- राजकोषीय व्यय (Fiscal Spending) को सबसे कमजोर वर्गों की सहायता में केंद्रित करें
- राजकोषीय नीति ढांचे को मजबूत करें
विश्व बैंक (World Bank): एक परिचय
स्थापना: 1944 में अंतरराष्ट्रीय पुनर्निर्माण और विकास बैंक (IBRD) के रूप में स्थापित किया गया था, जिसे बाद में विश्व बैंक कहा जाने लगा। यह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ मिलकर अस्तित्व में आया।
उद्देश्य: विश्व बैंक का उद्देश्य है विकासशील देशों में गरीबी कम करना और साझा समृद्धि को बढ़ावा देना। यह संस्था स्थायी विकास समाधानों पर कार्य करती है।
संरचना: यह एक अद्वितीय वैश्विक साझेदारी है, जिसमें 5 संस्थान शामिल हैं जो संयुक्त रूप से विकासशील देशों की सहायता करते हैं।
संयुक्त राष्ट्र से संबंध: विश्व बैंक, संयुक्त राष्ट्र की एक विशिष्ट एजेंसी है।
- सदस्यता: कुल सदस्य देश: 189
- भारत भी इसका एक सक्रिय सदस्य है।