FATF Grey List
संदर्भ:
हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तान को फिर से फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में डालने की मांग की है।
FATF के बारे में:
- पूरा नाम: Financial Action Task Force (FATF)
- स्थापना: 1989, G-7 शिखर सम्मेलन (पेरिस) में
- प्रकृति: एक अंतरराष्ट्रीय निगरानी संस्था जो मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी फंडिंग पर रोकथाम के लिए कार्य करती है
- भारत की स्थिति:
- 2006: पर्यवेक्षक (Observer)
- 2010: पूर्ण सदस्य (Full Member)
उद्देश्य व कार्यक्षेत्र विस्तार:
- मूल रूप से मनी लॉन्ड्रिंग रोकने के लिए रणनीतियाँ विकसित करने हेतु स्थापित
- 2001 (9/11 के बाद): आतंकवाद वित्तपोषण की निगरानी भी शामिल की गई
- 2012: परमाणु हथियारों (WMD) के प्रसार की फंडिंग रोकने का दायरा भी जोड़ा गया
FATF की सूचियाँ (Lists under FATF):
- ग्रे लिस्ट (Grey List)
- इसमें वे देश शामिल होते हैं जो आतंकी फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर जोखिमपूर्ण माने जाते हैं।
- यह सूची एक चेतावनी के रूप में कार्य करती है कि यदि सुधार नहीं हुआ तो देश को ब्लैक लिस्ट में डाला जा सकता है।
- ब्लैक लिस्ट (Black List)
- इसमें वे देश शामिल होते हैं जिन्हें Non-Cooperative Countries or Territories (NCCTs) कहा जाता है।
- देश आतंकी वित्तपोषण और मनी लॉन्ड्रिंग को बढ़ावा देने के लिए कुख्यात होते हैं।
- वर्तमान में ईरान और उत्तर कोरिया (DPRK) इस सूची में हैं (उच्च जोखिम वाले क्षेत्र / High-risk jurisdictions)।
- FATF की बैठकें (Sessions)
- FATF की Plenary (पूर्ण सत्र) इसकी प्रमुख निर्णय लेने वाली इकाई है।
- यह वर्ष में तीन बार बैठक करता है।
FATF ग्रे लिस्ट का प्रभाव (Impact of Grey Listing):
- आर्थिक दबाव: ग्रे लिस्ट में शामिल देशों की अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों द्वारा कड़ी निगरानी होती है।
- विदेशी निवेश और ऋण: ऐसी निगरानी से विदेशी निवेश और ऋण प्राप्त करना कठिन हो जाता है, जिससे देश की आर्थिक स्थिरता प्रभावित होती है।
- पाकिस्तान का उदाहरण: पाकिस्तान को अक्टूबर 2022 में ग्रे लिस्ट से हटाया गया क्योंकि उसने AML/CFT (मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी फंडिंग रोकथाम) के उपायों को मजबूत करने का वादा किया था। IMF से सहायता पाने वाले देशों के लिए ग्रे लिस्ट में होना और भी वित्तीय अस्थिरता पैदा कर सकता है।
FATF का अंतरराष्ट्रीय संबंधों में योगदान:
- FATF वैश्विक कूटनीति का एक प्रमुख हिस्सा बन चुका है।
- देश FATF की रेटिंग का उपयोग यह समझने के लिए करते हैं कि कौन सा देश आतंकी फंडिंग को रोकने के लिए गंभीर है।
- भारत ने पाकिस्तान के विरुद्ध FATF में राजनयिक समर्थन जुटाने की योजना बनाई थी, जिससे यह दर्शाता है कि वित्तीय नीति और अंतरराष्ट्रीय राजनीति आपस में गहराई से जुड़ी हुई हैं।