संदर्भ:
केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्रालय के अनुसार, SMILE योजना के तहत भीख मांगने वाले 10,000 से कम लोगों की पहचान की गई है। यह योजना भीख मांगने की प्रथा को समाप्त करने और पुनर्वास सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू की गई है।
SMILE योजना:
योजना का परिचय:
- योजना का नाम: SMILE (Support for Marginalised Individuals for Livelihood and Enterprise)
- शुरुआत वर्ष: 2022
- कार्यान्वयन मंत्रालय: सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार
मुख्य उद्देश्य:
- धार्मिक, पर्यटन और ऐतिहासिक शहरी स्थलों को “भिक्षावृत्ति-मुक्त” बनाना
- भिक्षावृत्ति में लिप्त व्यक्तियों की पहचान, प्रोफाइलिंग और स्वैच्छिक पुनर्वास
- ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के सशक्तिकरण हेतु सहायता प्रदान करना
- 2023–24 से 2025–26 तक कम से कम 8,000 व्यक्तियों का पुनर्वास सुनिश्चित करना
मुख्य घटक:
- भिक्षावृत्ति उन्मूलन उप–योजना: व्यक्तियों की पहचान, परामर्श, आश्रय, स्वास्थ्य जांच, कौशल प्रशिक्षण और पुनर्वास
- ट्रांसजेंडर सशक्तिकरण योजना: आवासीय सुविधा, स्वास्थ्य सेवाएं, कौशल विकास, आजीविका सहायता
मुख्य आँकड़े (31 दिसंबर 2024 तक):
- भिक्षावृत्ति में संलिप्त व्यक्तियों की पहचान: 9,958 (81 प्रमुख शहरों/नगरों में)
- पुनर्वासित व्यक्ति: कुल 970 (जिनमें से 352 बच्चे शामिल हैं)
पृष्ठभूमि आँकड़े:
- जनगणना 2011: देशभर में 3.72 लाख भिक्षुकों की गणना
- सामाजिक–आर्थिक एवं जाति जनगणना 2011: 6.62 लाख ग्रामीण परिवार भिक्षावृत्ति या दान पर निर्भर