Stratospheric Airship Platform
संदर्भ:
भारत को स्ट्रेटोस्फेरिक एयरशिप प्लेटफॉर्म की पहली उड़ान का परीक्षण करने में सफलता मिली है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने मध्यप्रदेश के श्योपुर में इसका परीक्षण किया।
प्रारंभिक उड़ान परीक्षण:
- स्थान: श्योपुर, मध्य प्रदेश
- विकास एजेंसी: एरियल डिलीवरी रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट (ADRDE), आगरा
- प्राप्त ऊँचाई: लगभग 17 किमी (स्ट्रैटोस्फेयर स्तर)
- उड़ान अवधि: लगभग 62 मिनट
- पेलोड: वायुमंडलीय एवं प्रदर्शन डेटा संग्रह हेतु उपकरण
प्रमुख परीक्षण प्रणालियाँ:
- एनवेलप प्रेशर कंट्रोल सिस्टम
- इमरजेंसी डिफ्लेशन सिस्टम
- ऑनबोर्ड सब-सिस्टम्स का परीक्षण
- डेटा संग्रह भविष्य के मिशनों हेतु
स्ट्रैटोस्फेरिक एयरशिप क्या है?
- यह एक हाई एल्टीट्यूड प्लेटफॉर्म है जो 15–25 किमी की ऊँचाई पर कार्य करता है
- उपग्रहों और ड्रोन के विकल्प के रूप में अत्यधिक लाभकारी
तकनीकी और रणनीतिक लाभ:
- लगातार निगरानी (24×7 Surveillance)
- कम परिचालन लागत और जोखिम
- त्वरित पुनर्प्राप्ति और लचीलापन
- मौसम, सीमाएं और आपदाओं पर रियल-टाइम डेटा
प्रमुख उपयोग क्षेत्रों:
- सीमावर्ती क्षेत्र की निगरानी
- आपदा प्रबंधन (Disaster Response)
- पर्यावरण और जलवायु निगरानी
- संचार रिले (Communication Relay)
- पृथ्वी अवलोकन और सिविलियन एप्लिकेशन