Vizhinjam Port
संदर्भ:
प्रधानमंत्री ने केरल में विझिंजम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह को राष्ट्र को समर्पित किया, जो भारत का पहला गहरे पानी वाला कंटेनर ट्रांसशिपमेंट पोर्ट है।
- यह बंदरगाह केरल को वैश्विक समुद्री मानचित्र पर लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे अब बड़े कंटेनर जहाज सीधे यहीं पर रुक सकेंगे और भारत को कोलंबो या सिंगापुर जैसे विदेशी बंदरगाहों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
विझिंजम पोर्ट – मुख्य तथ्य
स्थान: यह पोर्ट केरल के तिरुवनंतपुरम ज़िले के विझिंजम नामक तटीय नगर में स्थित है।
महत्वपूर्ण विशेषताएँ:
- भारत का पहला समर्पित ट्रांसशिपमेंट पोर्ट।
- देश का पहला अर्ध-स्वचालित (semi-automated) पोर्ट।
- लगभग ₹8,900 करोड़ की लागत से सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल पर विकसित।
- इसका संचालन अडानी समूह कर रहा है, जबकि बहुलांश हिस्सेदारी केरल सरकार की है।
तकनीकी व भौगोलिक विशेषताएँ:
ब्रेकवॉटर:
- भारत का सबसे गहरा ब्रेकवॉटर, जिसकी लंबाई लगभग 3 किलोमीटर है।
- इसमें प्राकृतिक गहराई (draft) लगभग 20 मीटर है।
तकनीकी नवाचार:
- भारत का पहला स्वदेशी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) आधारित Vessel Traffic Management System, जिसे IIT मद्रास ने विकसित किया है।
- पोर्ट में स्वचालित यार्ड क्रेन और रिमोट-ऑपरेटेड शिप-टू-शोर क्रेन की सुविधा है, जिससे संचालन तेज़ और सुरक्षित होता है।
भू–आकृतिक लाभ: विझिंजम पोर्ट पर तटीय रेत की आवाजाही (littoral drift) बहुत कम होती है, जिससे रखरखाव लागत में कमी आती है।