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Danger of Pegasus-like spyware attack on iPhone

11 अप्रैल 2024 को इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, आईफोन यूजर्स को ‘मर्सनरी स्पायवेयर’ के जरिए टारगेट किया जा रहा है। इसके जरिए iPhone को एक्सेस करने की कोशिश की जा रही है। एपल ने iPhone पर पैगासस जैसे स्पायवेयर अटैक का खतरा जताया है।

एपल ने भारत सहित उन 91 देशों के अपने यूजर्स को वॉर्निंग मेल भेजा है, जो ‘मर्सनरी स्पायवेयर’ अटैक के संभावित शिकार हो सकते हैं। यह स्पायवेयर इजरायल के NSO ग्रुप के पेगासस की तरह है। ऐसे अटैक आम साइबर क्राइम से अलग हैं, जिसका मकसद डिवाइस का अनऑथराइज्ड एक्सेस हासिल करना है।

स्पायवेयर क्या हैं?

स्पायवेयर एक प्रकार का मैलवेयर सॉफ्टवेयर है जो आपके डिवाइस में घुसपैठ करके आपके बारे में जानकारी इकट्ठा करता है और उसे बिना आपकी जानकारी या अनुमति के किसी तीसरे पक्ष को भेज देता है। यह आपके डिवाइस को नुकसान पहुंचा सकता है, आपकी गोपनीयता का हनन कर सकता है और आपको धोखा देने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

स्पायवेयर कैसे काम करता है?

1. आपके डिवाइस में घुसपैठ करता है-

  • अनसेफ वेबसाइट: जब आप किसी अनसेफ वेबसाइट पर जाते हैं, तो स्पायवेयर आपके डिवाइस में घुसपैठ कर सकता है।
  • अनजाने ऐप: अनजाने में कोई अनसेफ ऐप इंस्टॉल करने से भी स्पायवेयर आपके डिवाइस में आ सकता है।
  • फाइल अटैचमेंट: किसी संदिग्ध फाइल अटैचमेंट को खोलने से भी स्पायवेयर आपके डिवाइस में घुस सकता है।

2. आपके डेटा को कैप्चर करता है-

  • वेब एक्टिविटी: स्पायवेयर आपके द्वारा देखी गई वेबसाइटों, आपके द्वारा किए गए सर्च और आपके द्वारा क्लिक किए गए लिंक को ट्रैक कर सकता है।
  • स्क्रीन कैप्चर: यह आपके डिवाइस की स्क्रीन का स्क्रीनशॉट ले सकता है, जिसमें आपके द्वारा टाइप किए गए टेक्स्ट और आपके द्वारा देखी गई जानकारी शामिल है।
  • कीस्ट्रोक्स: यह आपके द्वारा टाइप किए गए हर अक्षर को रिकॉर्ड कर सकता है, जिसमें आपके पासवर्ड और अन्य संवेदनशील जानकारी शामिल है।

3. किसी थर्ड पार्टी को डेटा देता है-

  • डेटा चोरी: स्पायवेयर आपके द्वारा चुराए गए डेटा का इस्तेमाल आपकी पहचान चोरी करने, आपके बैंक खाते से पैसे चुराने या आपको धोखा देने के लिए कर सकता है।
  • गोपनीयता का हनन: स्पायवेयर आपके निजी डेटा को चुराकर आपकी गोपनीयता का हनन करता है।
  • डिवाइस का नुकसान: स्पायवेयर आपके डिवाइस को धीमा कर सकता है, बैटरी की लाइफ कम कर सकता है और यहां तक कि आपके डिवाइस को भी क्रैश कर सकता है।

सिक्योरिटी के लिए तीन स्टेप्स फॉलो करें –

  • Latest सॉफ्टवेयर में अपने डिवाइसेज को अपडेट करें, क्योंकि इसमें लेटेस्ट सिक्योरिटी फिक्सेज शामिल होते हैं।
  • डिवाइसेज को पासकोड से प्रोटेक्ट करें। एपल ID के लिए टु फैक्टर ऑथेंटिकेशन और मजबूत पासवर्ड यूज करें।
  • ऐप स्टोर से ही ऐप्स इंस्टॉल करें। अननोन सेंडर के लिंक या अटैचमेंट पर क्लिक न करें। स्ट्रांग और यूनीक पासवर्ड यूज करें।

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