DFSI
संदर्भ:
IIT दिल्ली और IIT गांधीनगर के शोधकर्ताओं ने मिलकर एक नया District Flood Severity Index (DFSI) विकसित किया है, जिसका उद्देश्य भारत के विभिन्न जिलों में बाढ़ की गंभीरता का समग्र मूल्यांकन करना है। यह सूचकांक नीति–निर्माताओं को सटीक आंकड़ों पर आधारित निर्णय लेने में सहायता करेगा और बाढ़ प्रबंधन और आपदा न्यूनीकरण की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
जिला बाढ़ गंभीरता सूचकांक (DFSI)
परिचय:
- DFSI एक डेटा–आधारित उपकरण है, जो भारत में जिला स्तर पर बाढ़ की गंभीरता का मूल्यांकन और वर्गीकरण करता है।
- इसका उपयोग बाढ़ संभावित जिलों की पहचान और आपदा प्रबंधन व संसाधन आवंटन को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है।
प्रमुख मापदंड (Key Parameters):
- जिले में सभी बाढ़ घटनाओं कीऔसत अवधि (दिनों में)
- जिले के क्षेत्रफल का प्रतिशतजो ऐतिहासिक रूप से बाढ़ से प्रभावित रहा है
- बाढ़ के कारण हुईकुल मृत्यु और घायल लोगों की संख्या
- जिले की जनसंख्या
उपयोग किए गए स्रोत (Data Sources):
- मुख्य रूप सेभारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) से प्राप्त आंकड़े (1967 से बाढ़ संबंधित डाटा संग्रह)
- IIT दिल्ली द्वारा तैयार किया गया 40 वर्षों का विशेष स्थानिक डेटासेट
DFSI से प्राप्त प्रमुख निष्कर्ष (Key Insights):
तिरुवनंतपुरम जिला: बाढ़ घटनाओं की संख्या सबसे अधिक,
→ लेकिन DFSI के अनुसार शीर्ष 30 गंभीर जिलों में शामिल नहीं, यानी गंभीरता कम।
सबसे गंभीर जिला: पटना DFSI में पहले स्थान पर है।
अन्य शीर्ष जिले:
- असम के: धेमाजी, कामरूप, नागांव
- इंडो–गंगा मैदान के जिले प्रमुखता से शामिल