Discovery of the huge circular stone maze

संदर्भ:
हाल ही में महाराष्ट्र में बोरामणि घास के मैदानों (Boramani Grasslands) में भारत का सबसे बड़ा वृत्ताकार (circular) पत्थर का चक्रव्यूह (Labyrinth) खोजा गया है। यह खोज सोलापुर के प्राचीन वैश्विक व्यापारिक केंद्र होने के प्रमाणों को और मजबूती प्रदान करती है।
विशाल वृत्ताकार पत्थर का चक्रव्यूह:
- यह संरचना सोलापुर जिले के बोरामणि गांव के पास स्थित है। यह भारत में अब तक का सबसे बड़ा ‘लैबिरिंथ’ (Labyrinth) यानी पत्थर का भूलभुलैया पैटर्न वाला चक्रव्यूह है।
- यह दक्कन के पठार के उस शुष्क क्षेत्र में स्थित है, जो अपनी विशेष पारिस्थितिकी और ‘ओपन-एयर’ पुरातात्विक स्थलों के लिए जाना जाता है।
- इस प्राचीन स्थल को पहली बार पुणे के डेक्कन कॉलेज के पुरातत्वविद् डॉ. सचिन पाटिल ने पहचाना।
- यह चक्रव्यूह लगभग 50×50 फीट के क्षेत्र में फैला हुआ है। इसमें 15 संकेंद्रित घेरे (concentric circuits) हैं, जो छोटे पत्थरों के ब्लॉक से बने हैं। इसके केंद्र में एक कुंडलीनुमा (spiral) आकृति है जो भारतीय ‘चक्रव्यूह’ के समान दिखती है।
- पुरातत्वविदों के अनुसार यह संरचना लगभग 2,000 साल पुरानी है और सातवाहन राजवंश (Satavahana dynasty) के काल से संबंधित मानी जा रही है।
- इसकी बनावट प्राचीन भूमध्यसागरीय संस्कृतियों, विशेष रूप से रोमन काल के सिक्कों पर मिलने वाले ‘क्रिटन लेबिरिंथ’ (Cretan labyrinth) पैटर्न से काफी मिलती-जुलती है।
- यह संरचना महापाषाण काल (Megalithic Period) या उसके आसपास की हो सकती है। भारत में ऐसे चक्रव्यूह मुख्य रूप से लार्सन (Larsen) पैटर्न या ‘क्रीटिन’ (Cretan) शैली के होते हैं।
- विशेष: इससे पहले भारत में 11 घेरों वाला चक्रव्यूह सबसे बड़ा माना जाता था। क्षेत्रफल के हिसाब से तमिलनाडु के गेदीमेडु में एक वर्गाकार (square) चक्रव्यूह बड़ा है।
