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केन्द्र शासित प्रदेश लद्दाख में पाँच नये जिले बनाने की घोषणा

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के एक विकसित और समृद्ध लद्दाख के निर्माण के विज़न को साकार करने की दिशा में, गृह मंत्रालय ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में पांच नए जिलों के गठन को मंजूरीदी।

पांच नए जिले: ज़ंस्कार, द्रास, शाम, नुब्रा और चांगथांग

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के अनुसार नए जिलों – ज़ंस्कार, द्रास, शाम, नुब्रा, और चांगथांग के गठन से स्थानीय प्रशासन मजबूत होगा और लोगों को उनके द्वार पर सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। अब लद्दाख में, लेह और कारगिल को मिलाकर, कुल सात जिले होंगे।

प्रशासनिक सुधार और जनहित में कदम:

  • लद्दाख क्षेत्रफल के हिसाब से एक बहुत बड़ा संघशासित क्षेत्र है, जिसमें वर्तमान में केवल दो जिले, लेह और कारगिल, हैं।
  • यह भारत के सबसे कम जनसंख्या वाले भूभागों में से एक है, और कठिन भूगोल के कारण, वर्तमान जिला प्रशासन को ज़मीनी स्तर तक पहुँचने में अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता था।
  • नए जिलों के गठन से अब केन्द्र सरकार और लद्दाख प्रशासन की सभी जनहित योजनाएं अधिक प्रभावी ढंग से लोगों तक पहुँच सकेंगी।

सैद्धांतिक स्वीकृति और समिति का गठन:

  • गृह मंत्रालय ने पांच नए जिलों के गठन की “सैद्धांतिक स्वीकृति” देने के साथ ही लद्दाख प्रशासन को नए जिलों के गठन से संबंधित विभिन्न पहलुओं की समीक्षा के लिए एक समिति गठित करने को कहा है।
  • यह समिति मुख्यालय, सीमाएं, संरचना, पदों के सृजन, और अन्य संबंधित पहलुओं का आंकलन करेगी और तीन महीने के भीतर रिपोर्ट सौंपेगी।
  • इस रिपोर्ट के आधार पर, लद्दाख प्रशासन नए जिलों के गठन के अंतिम प्रस्ताव को गृह मंत्रालय को भेजेगा।

लद्दाख के विकास के प्रति प्रतिबद्धता:

  • प्रधानमंत्री मोदी की सरकार लद्दाख के सर्वांगीण विकास और वहां के लोगों के लिए अपार संभावनाओं का सृजन करने के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
  • गृह मंत्रालय का यह महत्वपूर्ण निर्णय लद्दाख के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।

केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख:

लद्दाख भारत का एक केंद्र शासित प्रदेश है, जो 31 अक्टूबर 2019 को जम्मू और कश्मीर राज्य के विभाजन के बाद अस्तित्व में आया। यह देश के उत्तरी भाग में स्थित है और इसकी सीमाएँ चीन, पाकिस्तान और हिमाचल प्रदेश से लगती हैं। लद्दाख अपनी ऊँची पर्वत श्रृंखलाओं, ठंडे रेगिस्तान, प्राचीन बौद्ध मठों और अनूठी संस्कृति के लिए जाना जाता है।

भौगोलिक विशेषताएँ:

  • क्षेत्रफल: लद्दाख का कुल क्षेत्रफल 1,66,698 वर्ग किलोमीटर है। जिसमें से 59,146 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र भारत के नियंत्रण में है। बाकि क्षेत्र पाकिस्तान और चीन के अवैध कब्जे में है। 
  • प्राकृतिक विभाजन: लद्दाख को दो जिलों में विभाजित किया गया है: लेह और कारगिल। (अब 5 नये जिले बनाने की मंजूरी दी गई हैं)
  • पर्वत श्रृंखलाएँ: लद्दाख में हिमालय, काराकोरम और जास्कर पर्वत श्रृंखलाएँ शामिल हैं।
  • नदियाँ: सिंधु नदी लद्दाख की प्रमुख नदी है।
  • झीलें: पैंगोंग झील और त्सो मोरीरी झील लद्दाख की प्रसिद्ध झीलें हैं।
  • जलवायु: लद्दाख में ठंडी रेगिस्तानी जलवायु है, जिसमें लंबी, ठंडी सर्दियाँ और छोटी, गर्म गर्मियाँ होती हैं।

जनसांख्यिकी:

  • जनसंख्या: 2011 की जनगणना के अनुसार, लद्दाख की जनसंख्या लगभग 2.74 लाख है।
  • धर्म: लद्दाख में बौद्ध धर्म और इस्लाम प्रमुख धर्म हैं।
  • भाषाएँ: लद्दाखी, उर्दू और हिंदी लद्दाख में बोली जाने वाली प्रमुख भाषाएँ हैं।

संस्कृति:

  • त्योहार: लद्दाख में लोसार, हेमिस और लामायुरु जैसे कई त्योहार मनाए जाते हैं।
  • नृत्य: लद्दाखी नृत्य अपनी जीवंतता और रंगीन वेशभूषा के लिए जाने जाते हैं।
  • हस्तशिल्प: लद्दाख में पश्मीना शॉल, कालीन, लकड़ी की नक्काशी जैसे हस्तशिल्प प्रसिद्ध हैं।

पर्यटन:

  • प्राकृतिक आकर्षण: लद्दाख अपने प्राकृतिक सौंदर्य, जैसे ऊँचे पहाड़, झीलें, नदियाँ और ठंडे रेगिस्तान के लिए जाना जाता है।
  • सांस्कृतिक आकर्षण: लद्दाख में कई प्राचीन बौद्ध मठ, महल और संग्रहालय हैं, जो इसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं।
  • साहसिक पर्यटन: लद्दाख में ट्रेकिंग, राफ्टिंग, पर्वतारोहण और मोटरसाइकिलिंग जैसे साहसिक पर्यटन के अवसर भी उपलब्ध हैं।

आर्थिक गतिविधियाँ:

  • कृषि: लद्दाख में कृषि मुख्य रूप से सिंचाई पर निर्भर है। जौ, गेहूँ, मटर और सरसों यहाँ की प्रमुख फसलें हैं।
  • पशुपालन: पशुपालन लद्दाख की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। भेड़, बकरी, याक और घोड़े यहाँ पाले जाने वाले प्रमुख पशु हैं।
  • पर्यटन: पर्यटन लद्दाख की अर्थव्यवस्था में तेजी से बढ़ता हुआ क्षेत्र है।
  • हस्तशिल्प: हस्तशिल्प लद्दाख के लोगों के लिए आय का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।

लद्दाख की कुछ महत्वपूर्ण बातें:

  • लद्दाख को “छोटा तिब्बत” भी कहा जाता है, क्योंकि इसकी संस्कृति और भूगोल तिब्बत से काफी मिलते-जुलते हैं।
  • लद्दाख में दुनिया की कुछ सबसे ऊँची सड़कें हैं, जिनमें खारदुंग ला भी शामिल है, जिसे दुनिया की सबसे ऊँची मोटरेबल सड़क माना जाता है।
  • लद्दाख में हेमिस राष्ट्रीय उद्यान स्थित है, जो हिम तेंदुए का घर है।
  • लद्दाख में मैग्नेटिक हिल भी है, जहाँ ऐसा लगता है कि वाहन गुरुत्वाकर्षण के विरुद्ध ऊपर की ओर जा रहे हैं।

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