Global Peace Index 2025
संदर्भ:
इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस (IEP) ने 2025 का ग्लोबल पीस इंडेक्स जारी किया, जिसमें आइसलैंड लगातार दुनिया का सबसे शांत और सुरक्षित देश बना। जबकि एशिया में सिंगापुर को सबसे सुरक्षित देश का दर्जा मिला, भारत इस बार भी टॉप 100 देशों में जगह बनाने में सफल नहीं हो पाया।
- यह रिपोर्ट इंस्टिट्यूट फॉर इकनॉमिक्स एंड पीस (IEP) द्वारा जारी की गई है। इस इंडेक्स में 163 स्वतंत्र देशों और क्षेत्रों का मूल्यांकन किया गया, जो दुनिया की लगभग 7% आबादी को कवर करता है।
वैश्विक शांति सूचकांक 2025: मुख्य बिंदु
- आइसलैंड वर्ष 2025 में भी अपने स्कोर095 के साथ लगातार प्रथम स्थान पर बना रहा।
- GPI में स्कोर 1 का अर्थ है सबसे अधिक शांतिपूर्ण देश, जबकि उच्च स्कोर (जैसे 163 या उससे अधिक) का अर्थ है सबसे अधिक अशांत देश।
- 2025 में वैश्विक शांति में फिर से गिरावट दर्ज की गई है, जो पिछले 15 वर्षों में 12वीं बार है। जिसका मुख्य कारण घरेलू अशांति, आंतरिक प्रदर्शनों और नए संघर्षों का उभरना है।
दुनिया के 05 सबसे शांतिपूर्ण देश:
- साल 2025 में दुनिया के सबसे शांतिपूर्ण देशों में शीर्ष पाँच देशों में आइसलैंड, आयरलैंड, न्यूज़ीलैंड, ऑस्ट्रिया और स्विट्ज़रलैंड शामिल हैं।
सबसे असुरक्षित देश: सबसे नीचे रूस, यूक्रेन, सूडान, कांगो और यमन जैसे देश हैं, जहां संघर्ष और हिंसा लगातार बढ़ रही है। दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश और पाकिस्तान में नागरिक अशांति और कड़े नीतिगत दबाव के कारण हालात बिगड़े हैं। इन देशों में राजनीतिक अस्थिरता और सामाजिक टकराव के चलते अशांति फैली हुई है।
एशिया के 10 सबसे शांतिपूर्ण देश (2025): साल 2025 में एशिया के सबसे शांतिपूर्ण देशों में शीर्ष पांच देशों में सिंगापुर, जापान, मलेशिया, भूटान और मंगोलिया शामिल हैं। ये देश सामाजिक स्थिरता, सुरक्षा और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए पूरे एशिया में उदाहरण माने जाते हैं।
ये देश क्षेत्रीय स्थिरता, कम अपराध दर, और प्रभावी शासन व्यवस्था के कारण एशिया में सबसे अधिक शांतिपूर्ण देश हैं।
भारत की स्थिति: वैश्विक शांति सूचकांक 2025 के अनुसार:
स्थान: 115वां (कुल 163 देशों में)
स्कोर: 2.229 (पिछले वर्ष 2024 में 116वें स्थान पर)
भारत की शांति रैंकिंग को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक:
- आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियाँ
- सीमा क्षेत्रों पर लगातार तनाव
- शहरी क्षेत्रों में सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताएँ
- कानून-व्यवस्था का क्षेत्रीय असमान प्रभाव
वैश्विक शांति सूचकांक (Global Peace Index):
- परिभाषा: GPI एक वार्षिक रिपोर्ट है जो 163 देशों और क्षेत्रों को उनके शांति स्तर के आधार पर रैंक करती है।
- प्रकाशक: इसे अर्थशास्त्र एवं शांति संस्थान (Institute for Economics & Peace – IEP) द्वारा प्रकाशित किया जाता है।
- उद्देश्य:यह शांति मापने का प्रमुख सूचकांक माना जाता है और हिंसा, सुरक्षा, आंतरिक संघर्ष, और राजनीतिक अस्थिरता जैसे संकेतकों का विश्लेषण करता है।
उपयोगिता:
- नैतिकता, सुरक्षा और नीति निर्धारण में सहायक।
- सामाजिक एवं आर्थिक सुधार की दिशा निर्धारित करने में मदद।
अर्थशास्त्र एवं शांति संस्थान (IEP):
- यह एकस्वतंत्र और गैर–लाभकारी थिंक टैंक है, जो शांति का विश्लेषण करता है और इसके आर्थिक महत्व को समझता है।
- IEP शांतिको बढ़ावा देने के लिए काम करता है।
- स्थापना:2007 में स्टीव किलेलिया द्वारा।
- मुख्यालय:सिडनी, ऑस्ट्रेलिया।
प्रसिद्ध सूचकांक:
- वैश्विक शांति सूचकांक
- वैश्विक आतंकवाद सूचकांक