Hepatitis D Virus
Hepatitis D Virus –
संदर्भ:
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल ही में हेपेटाइटिस D को कैंसर उत्पन्न करने वाला (carcinogenic) वायरस घोषित किया है। यह निर्णय वैश्विक स्तर पर वायरल हेपेटाइटिस की रोकथाम की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करता है, जो आज भी एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती बनी हुई है। विशेष रूप से जब हेपेटाइटिस D वायरस (HDV) संक्रमण हेपेटाइटिस B वायरस (HBV) के साथ होता है, तो यह लीवर कैंसर और गंभीर यकृत रोग के जोखिम को कई गुना बढ़ा देता है।
हेपेटाइटिस D वायरस (HDV) क्या है?
- HDV एक रक्तजनित वायरस है जो केवल हेपेटाइटिस B वायरस (HBV) की उपस्थिति में ही सक्रिय होता है।
- यह स्वतंत्र रूप से नहीं रह सकता और या तो सह-संक्रमण (co-infection) या सुपरइन्फेक्शन (superinfection) के रूप में होता है।
किसने इसे कैंसरकारक घोषित किया?
- WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) और
- IARC (International Agency for Research on Cancer)
- इसे Group 1 श्रेणी में रखा गया है — यानी मानवों में सिद्ध कैंसरकारक।
HDV और HBV संक्रमण के प्रमुख तथ्य:
- लगभग2 करोड़ लोग HDV से संक्रमित हैं (~5% क्रॉनिक HBV मामलों में)।
- ज्यादा प्रभावी क्षेत्र:एशिया, अफ्रीका, अमेज़न बेसिन, और ड्रग यूज़र्स व डायलिसिस मरीज।
सामान्य लक्षण: थकान, पीलिया, जी मिचलाना, पेट दर्द, गहरे रंग का पेशाब।
संक्रमण के तरीके: संक्रमित रक्त, असुरक्षित यौन संबंध, दूषित इंजेक्शन, माँ से बच्चे को।
HDV को कैंसरकारक क्यों माना गया?
- लिवर कैंसर का खतरा 2–6 गुना अधिक होता है (HBV अकेले की तुलना में)।
- 75% रोगी 15 वर्षों में सिरोसिस से ग्रस्त हो सकते हैं (HBV में यह आंकड़ा 50%)।
- तेज़ी से फाइब्रोसिस व लिवर फेलियर युवा उम्र में।
- HDV, HBV की प्रजनन प्रणाली (replication machinery) का उपयोग करके संक्रमण को और गंभीर बनाता है।
इलाज व रोकथाम की स्थिति:
- HDV की कोई अलग वैक्सीन नहीं है; केवल HBV वैक्सीन ही सुरक्षा दे सकती है।
- Bulevirtide (यूरोप में स्वीकृत) और pegylated interferon जैसे उपचार उपलब्ध हैं।
- HBV के लिए जीवनभर एंटीवायरल दवाएं दी जाती हैं।
WHO रिपोर्ट: जांच और इलाज में बड़ी कमी
- HBV के केवल 13% और HCV के 36% मामलों की ही पहचान हो पाती है।
- HBV के लिए सिर्फ 3% और HCV के लिए 20% का इलाज हुआ (2022 आंकड़े)।