IMAP
संदर्भ:
नासा ने हाल ही में इंटरस्टेलर मैपिंग एंड एक्सेलेरेशन प्रोब (IMAP) लॉन्च किया, जिसका उद्देश्य यह दिखाना है कि सौर कणों को कैसे ऊर्जा मिलती है और वे हमें किस तरह से सुरक्षा प्रदान करते हैं।
Interstellar Mapping and Acceleration Probe (IMAP) – मुख्य तथ्य
- मुख्य उद्देश्य:
- हेलीओस्फियर (Heliosphere) की सीमा का मानचित्र तैयार करना।
- उच्च-ऊर्जा कणों (Energetic Particles) का पता लगाना।
- अंतरिक्ष मौसम (Space Weather) की पूर्वानुमान क्षमता में सुधार करना।
- हेलीओस्फियर क्या है:
- सूर्य की हवा (Solar Wind) द्वारा बना एक विशाल बुलबुला।
- यह पूरे सौरमंडल (Solar System) को घेरता है और इसे अंतरिक्षीय विकिरण (Cosmic Rays) से कुछ हद तक सुरक्षा प्रदान करता है।
- स्थान और अवलोकन:
- IMAP को Earth-Sun Lagrange Point 1 (L1) पर स्थित किया गया है।
- पृथ्वी से लगभग 1 मिलियन मील दूर, सूर्य की दिशा में।
- वास्तविक समय (Near-real-time) डेटा भेजकर वैज्ञानिकों को अंतरिक्ष मौसम की निगरानी में मदद करेगा।
- IMAP की प्रमुख भूमिकाएँ:
- छोटे और बड़े पैमाने पर मूलभूत भौतिकी (Fundamental Physics) का पता लगाना।
- सूर्य से आने वाले कणों और विकिरण से होने वाले खतरे की भविष्यवाणी करना।
- हमारे आसपास के आकाशीय पड़ोस का चित्रण करना।
- ब्रह्मांड के कुछ मूलभूत पदार्थों (Cosmic Building Materials) को समझने में मदद करना।
- हेलीओस्फियर के माध्यम से जीवन की रक्षा में उसकी भूमिका को समझना।