India–Angola Relations
संदर्भ:
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपनी पहली राजकीय यात्रा पर अंगोला पहुँचीं, जो 7 से 10 नवंबर 2025 तक आयोजित की गई थी। यह किसी भारतीय राष्ट्रपति की अंगोला की पहली यात्रा थी। राष्ट्रपति मुर्मु ने अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुएल गोंकाल्वेस लौरेन्सो (João Manuel Gonçalves Lourenço) के साथ द्विपक्षीय वार्ता की, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने पर सहमति बनी।
प्रमुख समझौते
- यात्रा के दौरान तीन महत्वपूर्ण समझौतों (MoUs) पर हस्ताक्षर हुए — रक्षा सहयोग (Defence Cooperation), संस्कृति और आयुर्वेद (Culture and Ayurveda), मत्स्य पालन, एक्वाकल्चर और समुद्री संसाधन (Fisheries, Aquaculture & Marine Resources)
- इसके अलावा, Air Services Agreement को आगे बढ़ाने पर सहमति हुई ताकि दोनों देशों के बीच सीधी हवाई संपर्क सुविधा बढ़ सके।
- साथ ही कांसुलर मामलों में सहयोग (Consular Cooperation) को भी मजबूत करने पर सहमति बनी।
- अंगोला ने भारत द्वारा शुरू की गई दो वैश्विक पहलों — Global Biofuels Alliance और International Big Cat Alliance
में शामिल होकर सतत विकास और जैव विविधता संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई।
- दोनों देशों ने ऊर्जा क्षेत्र में नई संभावनाओं — जैसे तेल शोधन (refining), अन्वेषण (exploration) और हरित ऊर्जा (green energy) — पर चर्चा की। यह सहयोग भारत की ऊर्जा सुरक्षा रणनीति (energy security strategy) का अहम हिस्सा है, क्योंकि भारत अपनी कुल कच्चे तेल की आपूर्ति का लगभग 15% अफ्रीका से प्राप्त करता है।
आर्थिक व व्यापारिक सम्बन्ध
- भारत और अंगोला के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2024–25 में लगभग 5.5 अरब अमेरिकी डॉलर के स्तर पर था।
- भारत अंगोला का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार (after China) है, जो अंगोला के बाहरी व्यापार का लगभग 10% हिस्सा रखता है।
- प्रमुख व्यापारिक वस्तुएँ — अंगोला से भारत को : कच्चा तेल, हीरे, और खनिज। भारत से अंगोला को : औषधियाँ, वाहन, मशीनरी, इलेक्ट्रॉनिक्स, वस्त्र और खाद्य उत्पाद।
- भारत ने अंगोला की कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, डिजिटल सेवाओं और बुनियादी ढाँचे में भी निवेश बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की।
- राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि दोनों देश “विकास भागीदार” (Development Partners) के रूप में कार्य कर सकते हैं, जिससे “विन–विन सहयोग मॉडल” विकसित होगा।
रणनीतिक महत्व
- अंगोला अफ्रीका के प्रमुख तेल उत्पादक देशों में से एक (OPEC सदस्य) है और भारत की ऊर्जा सुरक्षा रणनीति में केंद्रीय भूमिका निभाता है।
- भारत–अंगोला संबंध भारत की अफ्रीका नीति (India–Africa Forum Summit) और सागर (SAGAR – Security and Growth for All in the Region) दृष्टिकोण के अनुरूप हैं।
- दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग, संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम और क्षमता निर्माण (capacity building) भारत के “South–South Cooperation” को मजबूत करते हैं।
- UN Security Council सुधारों पर भी दोनों नेताओं ने समान दृष्टिकोण व्यक्त किया, जिसमें भारत ने अफ्रीकी देशों की स्थायी सदस्यता की माँग का समर्थन किया।
अंगोला के बारे में (About Angola)
- राजधानी: लुआंडा (Luanda)
- राष्ट्रपति: जोआओ मैनुएल गोंकाल्वेस लौरेन्सो
- स्वतंत्रता दिवस: 11 नवंबर 1975 (पुर्तगाल से स्वतंत्रता)
- जनसंख्या: लगभग 3.6 करोड़ (2025 अनुमान)
- आधिकारिक भाषा: पुर्तगाली
- मुद्रा: अंगोलन क्वान्ज़ा (AOA)
- मुख्य संसाधन: कच्चा तेल, हीरे, लौह अयस्क, प्राकृतिक गैस
- अर्थव्यवस्था: तेल उत्पादन अंगोला की GDP का लगभग 50% और निर्यात आय का 90% देता है।
- भारत–अंगोला संबंधों की शुरुआत: 1985 में राजनयिक संबंध स्थापित हुए।

