India to host the 2030 Commonwealth Games
संदर्भ:
भारत को 2030 के कॉमनवेल्थ गेम्स (राष्ट्रमंडल खेल) की मेजबानी के लिए अंतिम स्वीकृति मिलने की संभावना है। जिसकी आधिकारिक घोषणा कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स जनरल असेंबली के दौरान जल्द ही की जाने की उम्मीद है। इससे पहले बोर्ड ने अहमदाबाद के प्रस्ताव को व्यापक खेल अधोसंरचना को प्रदर्शित करने वाला बताया था, जो भारत की वैश्विक खेल महाशक्ति बनने की दीर्घकालिक दृष्टि को मजबूत करता है।
कॉमनवेल्थ गेम्स क्या हैं?
- परिचय: कॉमनवेल्थ गेम्स एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय बहु-खेल आयोजन है, जो हर चार वर्ष में आयोजित होता है। इसमें कॉमनवेल्थ ऑफ नेशंस के सदस्य देशों के खिलाड़ी भाग लेते हैं। गेम्स का उद्देश्य खेल भावना, सांस्कृतिक आदान-प्रदान, और सदस्य देशों के बीच एकता को बढ़ावा देना है। इस खेल का पहली बार आयोजन 1930, हैमिल्टन, कनाडा में किया गया था।
- आयोजक: आयोजन की ज़िम्मेदारी Commonwealth Games Federation (CGF) की होती है, जिसकी स्थापना 1932 में हुई थी और मुख्यालय यूके में है।
- खेल: गेम्स में ओलंपिक तथा गैर-ओलंपिक दोनों प्रकार के खेल शामिल होते हैं। इसमें कोर स्पोर्ट्स: एथलेटिक्स, स्विमिंग, साइक्लिंग और लोकप्रिय खेल: बैडमिंटन, शूटिंग, जिमनास्टिक्स, बॉक्सिंग, हॉकी, स्क्वैश, तीरंदाज़ी, कुश्ती आदि आयोजित किए जाते हैं।
भारत की कॉमनवेल्थ गेम्स यात्रा:
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- शुरुआती भागीदारी (1934): भारत ने पहली बार 1934 में CWG में भाग लिया और कुश्ती में राशिद अनवर ने पहला कांस्य पदक जीता। इसके बाद पहला स्वर्ण पदक (1958) में मिल्खा सिंह — 440 यार्ड और लीला राम — कुश्ती।
- प्रमुख उपलब्धियाँ (1980s–2000s): 1980 के दशक से भारत की निरंतर सफलता शुरू हुई, विशेषकर शूटिंग और वेटलिफ्टिंग में। PT उषा, मैरी कॉम, साइना नेहवाल, मीराबाई चानू जैसी खिलाड़ियों ने नई पीढ़ी को प्रेरित किया।
- 2002 मैनचेस्टर गेम्स: भारत ने 69 पदक जीतकर नया रिकॉर्ड बनाया।
- 2010 दिल्ली गेम्स: भारत ने पहली बार इस खेल की मेजबानी की और 101 पदक जीते — 38 स्वर्ण सहित।
भारत के लिए इस आयोजन का महत्व:
- वैश्विक छवि: Centenary Games (100 वर्ष) आयोजित करना भारत को वैश्विक खेल व्यवस्था में उच्च स्थान दिलाने में सहायता कर सकती है। वैश्विक स्तर पर यह संदेश जाएगा कि भारत एक विश्वसनीय आयोजक है और बड़े पैमाने के लॉजिस्टिक्स और मीडिया प्रबंधन में सक्षम है।
- आर्थिक वृद्धि: इससे पर्यटन, होटल, एयरलाइन उद्योग में भारी वृद्धि, निर्माण, इवेंट मैनेजमेंट, डिजिटल सेवाओं में नए रोजगार, ब्रांड ‘Ahmedabad–India’ को अंतरराष्ट्रीय पहचान भी मिलने का अनुमान है कि यह आयोजन भारत को अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स इंडस्ट्री हब बनाने में सहायक होगा।
- शहरी आधुनिकीकरण: वर्तमान में अहमदाबाद में सदर पटेल स्पोर्ट्स एन्क्लेव और नरेंद्र मोदी स्टेडियम (दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम) अवस्थित है। यह आयोजन अहमदाबाद में— स्मार्ट ट्रांसपोर्ट, हरित स्टेडियम, शहरी नियोजन, सस्टेनेबल मॉड्यूल को बढ़ावा देगा। यह भारत के विकसित भारत 2047 विज़न के अनुरूप है।
- खेल संस्कृति का विस्तार: इस खेल की मेजबानी से ग्रासरूट खेलों में निवेश, युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा और स्वदेशी खेलों (कबड्डी, खो-खो) की वैश्विक पहचान मिल सकेगी।

