Apni Pathshala

माइक्रोप्लास्टिक्स (Microplastics) | Ankit Avasthi Sir

Microplastics

Microplastics

संदर्भ:

हाल ही में वैज्ञानिक शोधों में मानव मस्तिष्क में माइक्रोप्लास्टिक कणों की उपस्थिति पाई गई है, जिससे स्वास्थ्य पर संभावित खतरों को लेकर गंभीर चिंता उत्पन्न हुई है। इस खोज ने वैश्विक स्तर पर प्लास्टिक प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए एक ठोस “ग्लोबल प्लास्टिक संधि” की आवश्यकता को और अधिक प्रासंगिक बना दिया है।

प्लास्टिक (Plastic) क्या है?

  1. शब्द की उत्पत्ति: ‘Plastic’ शब्द ग्रीक शब्दplastikos से लिया गया है, जिसका अर्थ है – “आकार देने योग्य” या “ढालने योग्य।”
  2. परिभाषा: प्लास्टिक ऐसे कृत्रिम (synthetic) या अर्ध-कृत्रिम (semi-synthetic) पदार्थों का समूह है, जिनमेंpolymer मुख्य घटक होता है।
  3. मुख्य गुणPlasticity: प्लास्टिक की सबसे खास बात है इसकीplasticity यानी किसी ठोस पदार्थ का दबाव पड़ने पर स्थायी रूप से आकार बदल लेना।
  4. अनुकूलता (Adaptability): इन्हें आसानी से मनचाहे आकार में ढाला जा सकता है, जिससे ये विभिन्न उद्योगों में बहुत उपयोगी बन जाते हैं।
  5. संरचना: प्लास्टिक के निर्माण मेंmonomer (छोटे अणु) एक-दूसरे से जुड़कर polymer (लंबी श्रृंखलाएं) बनाते हैं – इस प्रक्रिया को polymerization कहते हैं।
Microplastics क्या हैं?
  1. परिभाषा: जब प्लास्टिक छोटे-छोटे टुकड़ों में टूटता है, तो उन्हेंMicroplastics कहा जाता है।

वैज्ञानिक परिभाषा: वे प्लास्टिक जिनका आकार 5 मिलीमीटर से कम होता है।

Microplastics के प्रकार:

  1. Primary Microplastics (प्राथमिक): ये जानबूझकर छोटे आकार में बनाए जाते हैं।

उदाहरण: कॉस्मेटिक्स में मिलने वाले microbeads

  1. Secondary Microplastics (द्वितीयक): ये बड़े प्लास्टिक उत्पादों (जैसे बोतलें, थैलियाँ) के टूटने पर बनते हैं।

उदाहरण: प्लास्टिक की बोतलें, बैग आदि के छोटे-छोटे टुकड़े।

प्लास्टिक प्रदूषण का प्रभाव:

  1. तंत्रिका संबंधी समस्याएँ: माइक्रोप्लास्टिक जब मस्तिष्क तक पहुँचते हैं, तो यहसूजन (inflammation)स्मृति या सोचने की क्षमता में कमी (cognitive dysfunction) और तंत्रिकाअपघटन रोगों (neurodegenerative diseases) का कारण बन सकते हैं।
  2. मिट्टी और जल प्रदूषण: माइक्रोप्लास्टिक मिट्टी की उर्वरता को घटाते हैं और मीठे जल (freshwater) एवं समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र (marine ecosystem) को प्रदूषित करते हैं।
  3. समुद्री जीवन के लिए खतरा: समुद्री जीव जब माइक्रोप्लास्टिक निगल लेते हैं, तो यह उनके शरीर मेंbioaccumulation (जहरीले तत्वों का जमाव) और अंततः मृत्यु का कारण बनता है।
  4. प्रदूषकों का संचार: माइक्रोप्लास्टिक अन्यहानिकारक रसायनों को अपने ऊपर सोख सकते हैं और जीवों के शरीर में उन्हें पहुंचाकर विषाक्तता (toxicity) फैला सकते हैं।

आगे की राह:

  • माइक्रोप्लास्टिक का मानव मस्तिष्क में पाया जाना प्लास्टिक प्रदूषण की गंभीरता दर्शाता है।
  • ग्लोबल प्लास्टिक संधि (अनुच्छेद 6)इस समस्या से निपटने का महत्वपूर्ण अवसर है।
  • इसके लिएवैज्ञानिक, लागू योग्य और मजबूत उपायों को अपनाना जरूरी है।
  • प्लास्टिक उत्पादन में नियंत्रण और सर्कुलर अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना जरूरी है।

Download Today Current Affairs PDF

Share Now ➤

क्या आपको Apni Pathshala के Courses, RNA PDF, Current Affairs, Test Series और Books से सम्बंधित कोई जानकारी चाहिए? तो हमारी विशेषज्ञ काउंसलर टीम आपकी सिर्फ समस्याओं के समाधान में ही मदद नहीं करेगीं, बल्कि आपको व्यक्तिगत अध्ययन योजना बनाने, समय का प्रबंधन करने और परीक्षा के तनाव को कम करने में भी मार्गदर्शन देगी।

Apni Pathshala के साथ अपनी तैयारी को मजबूत बनाएं और अपने सपनों को साकार करें। आज ही हमारी विशेषज्ञ टीम से संपर्क करें और अपनी सफलता की यात्रा शुरू करें

📞 +91 7878158882

Related Posts

Scroll to Top