Mission Mausam Project
संदर्भ:
नेशनल सेंटर फॉर मीडियम रेंज वेदर फोरकास्टिंग (NCMRWF) और न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) ने मिशन मौसम परियोजना के तहत दिल्ली-एनसीआर और चेन्नई में दो डायरेक्ट ब्रॉडकास्ट नेटवर्क (DBNet) स्टेशन स्थापित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं।
डायरेक्ट ब्रॉडकास्ट नेटवर्क (DBNet)
- यह एक वैश्विक परिचालन ढांचा (global operational framework) है, जिसका उद्देश्य लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) उपग्रहों से रियल-टाइम डेटा प्राप्त करना है।
- यह संख्यात्मक मौसम पूर्वानुमान (Numerical Weather Prediction – NWP) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- इसके माध्यम से मौसम पूर्वानुमान, चक्रवात निगरानी और जलवायु अनुसंधान जैसे कई कार्यों में मदद मिलती है।
- यह उपग्रह से प्रसारित सिग्नल को प्राप्त कर कुछ ही मिनटों में प्रोसेस करता है, जिससे डेटा उपलब्धता बेहद तेज़ हो जाती है।
- उद्देश्य: मौसम पूर्वानुमान और संबंधित सेवाओं को अधिक सटीक और समयबद्ध बनाना।
मिशन मौसम (Mission Mausam)
- इसे केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सितम्बर 2024 में मंजूरी दी।
- यह पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (Ministry of Earth Sciences) की ₹2,000 करोड़ की पहल है।
- लक्ष्य: भारत को “Weather Ready” और “Climate Smart” बनाना।
- खासतौर पर कृषि और आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों के लिए मौसम और जलवायु पूर्वानुमान को बेहतर बनाना।
- इसमें उच्च-रिज़ॉल्यूशन मॉडल्स और सुपरकंप्यूटिंग जैसी उन्नत तकनीकों का उपयोग होगा।
- यह राष्ट्रीय और वैश्विक अनुसंधान संस्थानों के साथ सहयोग को बढ़ावा देता है ताकि भारत को मौसम और जलवायु विज्ञान में वैश्विक नेतृत्वकर्ता के रूप में स्थापित किया जा सके।