Mains
|
चर्चा में क्यों?
हाल ही में रिलायंस इंडस्ट्रीज की 47वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) 2024 संपन्न हुई। जिसमे मुकेश अंबानी ने कई विषयों को लेकर बात की। इसी बैठक में उनके द्वारा लॉन्च किए गए Jio AI Cloud ने खासा ध्यान आकर्षित किया। यह लॉन्च भारत में डिजिटल क्रांति को और आगे बढ़ाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें AI Cloud के माध्यम से एआई-संचालित सेवाओं की व्यापक पहुंच और क्लाउड स्टोरेज की सुविधा का विस्तार होगा। इसके अलावा, यह कदम देश के डेटा इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने और स्वदेशी तकनीक के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की 47वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) 2024 के कुछ मुख्य बिंदु
- Jio AI Cloud का लॉन्च: मुकेश अंबानी ने Jio AI Cloud की घोषणा की, जिसमें दिवाली से Jio उपयोगकर्ताओं को 100 जीबी तक मुफ्त क्लाउड स्टोरेज की सुविधा मिलेगी। इस क्लाउड स्टोरेज में डेटा-संचालित AI सेवाएं भी शामिल होंगी।
- इस AGM में Jio Phonecall AI फीचर की घोषणा की गई। जिससे उपयोगकर्ता किसी कॉल को रिकॉर्ड और स्टोर कर सकते हैं और वॉयस को टेक्स्ट में बदल सकते हैं।
- AI सेवाओं को और अधिक सशक्त बनाने के लिए रिलायंस ने Jio Brain नामक AI प्लेटफॉर्म लॉन्च करने की घोषणा की। यह प्लेटफॉर्म अन्य रिलायंस ऑपरेटिंग कंपनियों में भी लागू किया जाएगा।
- रिलायंस गुजरात के जामनगर में ग्रीन एनर्जी से लैस एक AI डेटा सेंटर स्थापित करने की योजना बना रही है।
- Jio TV OS लॉन्च: 100% स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम Jio TV OS लॉन्च किया गया, जो जियो सेट-टॉप बॉक्स के लिए उपयोगी होगा।
- Jio की सफलता: पिछले 6 महीनों में Jio Fiber के 10 लाख से अधिक नए ग्राहक जुड़े हैं। दो वर्षों में जियो ने 13 करोड़ 5G ग्राहकों का आंकड़ा पार कर लिया है। Jio इन आठ सालों में सबसे बड़ी मोबाइल डेटा कंपनी बन गई। इसी के साथ रिलायंस रिटेल विश्व के शीर्ष 5 ग्लोबल रिटेलर्स में से एक बन गया।
- शेयर: रिलायंस बोर्ड 5 सितंबर 2024 को 1:1 के रेश्यो में बोनस शेयर देने पर विचार करेगा।
क्या है Jio AI Cloud?
Jio AI Cloud तकनीक एक उन्नत क्लाउड कंप्यूटिंग समाधान है जिसे रिलायंस जियो द्वारा विकसित किया गया है। यह तकनीक मुख्य रूप से डेटा-ड्रिवन सेवाओं को बढ़ाने और उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित, तेज, और प्रभावी क्लाउड स्टोरेज सुविधाएं प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई है।
- Jio AI Cloud तकनीक के तहत उपयोगकर्ताओं को 100 GB तक मुफ्त क्लाउड स्टोरेज में फोटोज, वीडियो, और डॉक्यूमेंट्स जैसे डिजिटल सामग्री को सुरक्षित और संगठित तरीके से स्टोर किया जा सकता है।
- Jio AI Cloud में डेटा-संचालित AI (Artificial Intelligence) सेवाएं शामिल होंगी। इसका मतलब है कि क्लाउड में संग्रहीत डेटा का उपयोग करते हुए उपयोगकर्ता AI आधारित सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।
- इससे उपयोगकर्ताओं को उनके डेटा तक त्वरित पहुंच मिलेगी, चाहे वे कहीं भी हों।
AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) और क्लाउड तकनीक की जानकारीयह दोनो आधुनिक डिजिटल दुनिया के दो प्रमुख स्तंभ हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में कामकाज के तरीके को पूरी तरह से बदल रहे हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
क्लाउड तकनीकक्लाउड कंप्यूटिंग एक इंटरनेट-आधारित तकनीक है जो कंप्यूटर संसाधनों और सेवाओं को इंटरनेट के माध्यम से प्रदान करती है। इसमें डेटा, एप्लिकेशन, और प्रोसेसिंग पावर को एक केंद्रीय सर्वर पर स्टोर किया जाता है, जिसे उपयोगकर्ता अपनी आवश्यकतानुसार एक्सेस कर सकते हैं। ● विकास: इसका इतिहास 1960 के दशक में शुरू हुआ, जब जॉन मैकार्थी ने प्रस्तावित किया कि भविष्य में कंप्यूटेशन को एक सार्वजनिक उपयोगिता के रूप में संगठित किया जा सकता है। 1990 के दशक में, डेटा सर्किट और वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का उपयोग शुरू हुआ, जिससे “क्लाउड” शब्द को संचार नेटवर्क की छवि के रूप में अपनाया गया। 2000 के दशक की शुरुआत में, क्लाउड कंप्यूटिंग ने व्यापक ध्यान आकर्षित किया। 2006 में, अमेज़न ने अमेज़न वेब सर्विसेज (AWS) के साथ क्लाउड कंप्यूटिंग सेवाओं की पेशकश की, जिसने इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रभाव डाला। इसके बाद, गूगल और माइक्रोसॉफ्ट ने भी क्लाउड सेवाओं में निवेश किया और सॉफ्टवेयर एक सेवा (SaaS) मॉडल को अपनाया। 2008 के बाद, क्लाउड कंप्यूटिंग ने व्यापक लोकप्रियता प्राप्त की। ● क्रियाविधि: इसमें डेटा और संसाधनों को केंद्रीय सर्वरों या डेटा सेंटर में स्टोर किया जाता है, जिसे इंटरनेट के माध्यम से उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध कराया जाता है। उपयोगकर्ता अपने कंप्यूटर या मोबाइल डिवाइस से इंटरनेट पर लॉगिन कर वर्चुअल सर्वर, स्टोरेज, और एप्लिकेशन्स तक पहुंच सकते हैं। क्लाउड प्रदाता इन संसाधनों को मांग के अनुसार स्केल करता है, जिससे उपयोगकर्ताओं को आवश्यकतानुसार कंप्यूटिंग शक्ति और स्टोरेज मिलती है। यह मॉडल उपयोगकर्ताओं को बुनियादी ढांचे और सॉफ़्टवेयर के रखरखाव की चिंता से मुक्त करता है, साथ ही उन्हें ऑन-डिमांड और विश्वसनीय सेवाएं प्रदान करता है।
|
AI Cloud (Artificial Intelligence Cloud)
यह एक क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफ़ॉर्म है जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) सेवाओं और संसाधनों को प्रदान करता है। AI Cloud की मदद से उपयोगकर्ता और व्यवसाय इंटरनेट के माध्यम से विभिन्न AI टूल्स, सॉफ़्टवेयर, और डेटा को एक्सेस कर सकते हैं। इसके अंतर्गत मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, और अन्य AI संबंधित सेवाएँ आती हैं, जिन्हें क्लाउड पर होस्ट किया जाता है। AI Cloud बड़े पैमाने पर डेटा को प्रोसेस और एनालाइज करने की क्षमता प्रदान करता है, जिससे जटिल समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।
AI Cloud कैसे काम करता है?
- डेटा संग्रहण और प्रबंधन: AI Cloud डेटा को बड़ी मात्रा में संग्रहीत करता है। यह डेटा उपयोगकर्ता गतिविधियों, सॉफ़्टवेयर एप्लिकेशनों, और अन्य स्रोतों से प्राप्त होता है। डेटा को सुरक्षित रूप से क्लाउड सर्वरों पर संग्रहीत किया जाता है।
- AI और मशीन लर्निंग: क्लाउड प्लेटफार्म AI और मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का उपयोग करता है। ये एल्गोरिदम डेटा का विश्लेषण करते हैं, पैटर्न पहचानते हैं, और भविष्यवाणियाँ करते हैं। उदाहरण के लिए, यह ग्राहक व्यवहार की भविष्यवाणी कर सकता है या ऑप्टिमाइज़ेशन कार्य कर सकता है।
- संसाधन प्रबंधन: AI Cloud वर्चुअलाइजेशन और ऑटोमेशन का उपयोग करके संसाधनों का प्रबंधन करता है। यह संसाधनों को मांग के अनुसार स्केल करता है और आवश्यकतानुसार सर्वर, स्टोरेज, और नेटवर्क संसाधनों को समायोजित करता है।
- सेवा वितरण: उपयोगकर्ता अपने एप्लिकेशन और डेटा तक पहुंचने के लिए क्लाउड से जुड़े होते हैं। AI Cloud विभिन्न सेवाएँ जैसे सॉफ्टवेयर-एज-ए-सेवा (SaaS), प्लेटफॉर्म-एज-ए-सेवा (PaaS), और इन्फ्रास्ट्रक्चर-एज-ए-सेवा (IaaS) प्रदान करता है।
AI क्लाउड की प्रमुख विशेषताएं
- मशीन लर्निंग: AI क्लाउड मशीन लर्निंग मॉडलों को प्रशिक्षित करने और तैनात करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
- डीप लर्निंग: यह गहन तंत्रिका नेटवर्क का उपयोग करके जटिल समस्याओं को हल करने में मदद करता है।
- नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP): NLP AI क्लाउड को मानव भाषा को समझने और उसका जवाब देने में सक्षम बनाता है।
- कंप्यूटर विजन: यह AI क्लाउड को छवियों और वीडियो को समझने और उनका विश्लेषण करने में सक्षम बनाता है।
AI क्लाउड के व्यापक उपयोग
- व्यवसाय: ग्राहक सेवा, मार्केटिंग, उत्पाद विकास, और जोखिम प्रबंधन में AI क्लाउड का उपयोग किया जा सकता है।
- स्वास्थ्य देखभाल: रोग का निदान, दवा खोज, और व्यक्तिगत चिकित्सा में AI क्लाउड का उपयोग किया जा सकता है।
- वित्त: धोखाधड़ी का पता लगाना, जोखिम मूल्यांकन, और व्यापारिक रणनीति बनाने में AI क्लाउड का उपयोग किया जा सकता है।
- शिक्षा: व्यक्तिगत शिक्षण, ऑनलाइन शिक्षा, और शिक्षा सामग्री के विकास में AI क्लाउड का उपयोग किया जा सकता है।
दुनिया में AI क्लाउड
- Amazon Web Services (AWS): AWS AI सेवाएं जैसे SageMaker, Rekognition, और Lex कंपनियों को बड़े पैमाने पर मशीन लर्निंग मॉडल बनाने, ट्रेनिंग, और डिप्लॉय करने में मदद करती हैं। यह सबसे व्यापक और एडॉप्टेड क्लाउड प्लेटफॉर्म में से एक है।
- Microsoft Azure: Azure AI में कस्टम विज़न, टेक्स्ट एनालिटिक्स, और Azure Machine Learning जैसी सेवाएं शामिल हैं, जो डाटा साइंस और AI मॉडल के विकास को सरल और तेज़ बनाती हैं।
- Google Cloud: Google Cloud AI, TensorFlow और AutoML जैसे टूल्स प्रदान करता है, जो मशीन लर्निंग मॉडल को बनाने और स्केल करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
- IBM Watson AI: IBM का Watson AI बिजनेस-ओरिएंटेड AI सेवाएं प्रदान करता है, जैसे Watson Assistant, Watson Discovery, और Watson Studio।
भारत में AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) से संबंधित नीतियां और कदम
- नीति आयोग ने 2018 में “AI for All” के दृष्टिकोण के साथ AI के लिए एक राष्ट्रीय रणनीति नेशनल स्ट्रेटेजी फॉर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (NSAI) प्रस्तुत की। इस रणनीति का उद्देश्य स्वास्थ्य, कृषि, शिक्षा, स्मार्ट शहर और स्मार्ट मोबिलिटी जैसी प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में AI के उपयोग को बढ़ावा देना है।
- फिफ्थ जनरेशन टेक्नोलॉजी, बजट में AI, मशीन लर्निंग, IoT, 3D प्रिंटिंग, और ब्लॉकचेन जैसे क्षेत्रों में स्टार्टअप्स के लिए 480 मिलियन डॉलर का प्रावधान किया गया है।
- सरकार ने AI और मशीन लर्निंग में स्किलिंग और पुन:स्किलिंग के लिए कई पहल शुरू की हैं, जैसे कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) के तहत AI कोर्सेज की पेशकश।
- AI के विकास के लिए डेटा की अहमियत को देखते हुए सरकार ने एक मजबूत डेटा नीति विकसित करने की दिशा में भी काम किया है।
- सरकार AI, रोबोटिक्स, डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग, बिग डाटा, रियल-टाइम डाटा और क्वांटम कम्युनिकेशन के क्षेत्र में शोध, प्रशिक्षण और कौशल विकास को प्रोत्साहित कर रही है।
- 7-सूत्री रणनीति:
- मानव-मशीन इंटरफेस: मानव-मशीन संवाद के लिए नए तरीके विकसित करना।
- R&D और कार्यबल: AI और R&D में सक्षम कार्यबल का निर्माण करना।
- सुरक्षा: AI सिस्टम की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
- नैतिक और कानूनी पहलू: AI के नैतिक, कानूनी और सामाजिक पहलुओं को समझना और उनका समाधान करना।
- मानक और बेंचमार्क: AI तकनीक को मानक और बेंचमार्क के माध्यम से मापना और मूल्यांकन करना।
AI क्लाउड की चुनौतियाँ
- डेटा सुरक्षा और गोपनीयता: AI क्लाउड में डेटा को स्टोर और प्रोसेस करने के दौरान डेटा की सुरक्षा और गोपनीयता को बनाए रखना एक प्रमुख चुनौती है। संवेदनशील डेटा को क्लाउड में स्थानांतरित करने से डेटा लीक या साइबर हमलों का खतरा रहता है।
- ऊर्जा खपत: AI क्लाउड के बड़े पैमाने पर डेटा प्रोसेसिंग और मशीन लर्निंग मॉडल को चलाने के लिए भारी मात्रा में ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
- तकनीकी जटिलता: AI क्लाउड का उपयोग करने के लिए उपयोगकर्ताओं को तकनीकी ज्ञान और विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है।
- डेटा गुणवत्ता: AI क्लाउड में उपयोग किए जाने वाले डेटा की गुणवत्ता पर निर्भर करता है। अगर डेटा त्रुटिपूर्ण या अधूरा है, तो AI मॉडल की सटीकता और प्रभावशीलता प्रभावित हो सकती है।
UPSC पूर्व में पूछे गए प्रश्न (PYQ)
विकास की वर्तमान स्थिति के साथ, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस निम्नलिखित में से कौन सा कार्य प्रभावी रूप से कर सकता है? (2020)
- औद्योगिक इकाइयों में बिजली की खपत कम करना
- सार्थक लघु कथाएँ और गीत बनाना
- रोग निदान
- टेक्स्ट-टू-स्पीच रूपांतरण
- विद्युत ऊर्जा का वायरलेस ट्रांसमिशन
नीचे दिए गए कोड का उपयोग करके सही उत्तर चुनें:
(a) केवल 1, 2, 3 और 5
(b) केवल 1, 3 और 4
(c) केवल 2, 4 और 5
(d) 1, 2, 3, 4 और 5
Explore our courses: https://apnipathshala.com/courses/
Explore Our test Series: https://tests.apnipathshala.com/