NAI
NAI संदर्भ:
राष्ट्रीय अभिलेखागार भारत (NAI) द्वारा राष्ट्रीय अभिलेखपाल समिति (NCA) की 50वीं स्वर्ण जयंती बैठक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर देश में अभिलेख प्रबंधन, संरक्षण और डिजिटलीकरण को और मज़बूत बनाने पर विशेष जोर दिया गया, ताकि ऐतिहासिक दस्तावेज़ों और अभिलेखीय धरोहर को आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रखा जा सके।
राष्ट्रीय अभिलेखागार (National Archives of India – NAI)
- स्थापना और इतिहास: राष्ट्रीय अभिलेखागार की स्थापना 1891 में कोलकाता (तब का कलकत्ता) में Imperial Record Department के रूप में हुई थी। बाद में 1911 में इसे नई दिल्ली स्थानांतरित किया गया। इसका भवन प्रसिद्ध वास्तुकार सर एडविन लुटियन्स द्वारा डिजाइन किया गया था और यह जनपथ (इंडिया गेट के पास) स्थित है।
- भूमिका और महत्व: यह भारत सरकार का प्रमुख repository है जहाँ राष्ट्र की दस्तावेजी धरोहर सुरक्षित रखी जाती है।
यह भारत सरकार के गैर-प्रचलित अभिलेखों का custodian (संरक्षक) है।
- प्रशासनिक स्थिति:
- यह संस्कृति मंत्रालय के अधीन एक संलग्न कार्यालय (Attached Office) के रूप में कार्य करता है।
- इसे Director General of Archives (महानिदेशक) संचालित करते हैं।
- इनके अधीन Public Records Act, 1993 और Rules, 1997 का कार्यान्वयन किया जाता है।
- संग्रह:
- यहाँ 4 करोड़ से अधिक दस्तावेज़ संरक्षित हैं।
- दस्तावेज़ 16वीं शताब्दी से लेकर वर्तमान तक के हैं।
- ये विभिन्न भाषाओं में हैं जैसे फ़ारसी, अरबी, संस्कृत, उर्दू और अंग्रेज़ी।