PMDK
संदर्भ:
भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा उत्तर प्रदेश में 75वें प्रधानमंत्री दिव्यांश केंद्र (PMDK) का उद्घाटन किया जाने वाला है। यह पहल दिव्यांगजनों को सहायता उपकरण, पुनर्वास सेवाएं और सामाजिक समावेशन सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस केंद्र के माध्यम से सरकार का उद्देश्य समावेशी विकास को बढ़ावा देना और दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाना है।
प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र (PMDK): एकीकृत पुनर्वास और सहायता सेवाओं की अनूठी पहल
परिचय (About PMDK):
- पूरा नाम: प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र (PMDK)
- उद्देश्य: दिव्यांगजन और वृद्धजनों को एक ही छत के नीचे मूल्यांकन, परामर्श, सहायक उपकरण वितरण और वितरण के बाद देखभाल जैसी एकीकृत सेवाएं प्रदान करना।
- संचालन की स्थिति: देश भर में 75 PMDK केंद्र अब तक संचालित किए जा चुके हैं।
क्रियान्वयन और प्रशासन:
- नोडल मंत्रालय: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय
- क्रियान्वयन एजेंसी: ALIMCO (Artificial Limbs Manufacturing Corporation of India) यह एक केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (CPSE) है।
लाभार्थी वर्ग (Target Groups):
- दिव्यांगजन (PwDs): Rights of Persons with Disabilities Act, 2016 के तहत चिन्हित पात्र व्यक्ति।
- वरिष्ठ नागरिक: विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) से संबंधित बुजुर्ग जो गतिशीलता या इंद्रिय समर्थन की आवश्यकता रखते हैं।
प्रमुख सेवाएं (Integrated Services Offered):
- मूल्यांकन और परीक्षण (Assessment & Evaluation)
- काउंसलिंग और मार्गदर्शन
- सहायक उपकरणों का वितरण (Mobility/Sensory Aids)
- वितरण के बाद की देखभाल और अनुवर्ती सहायता (Post-distribution care)
- पुनर्वास सेवाएं (Rehabilitation Services)