संदर्भ:
क्रय प्रबंधक सूचकांक (PMI): भारत का मैन्युफैक्चरिंग PMI मार्च में बढ़कर 58.1 पहुंच गया, जो आठ महीनों में सबसे ऊँचा स्तर है। यह विनिर्माण क्षेत्र में मजबूत वृद्धि और आर्थिक गतिविधियों में तेजी का संकेत देता है।
भारत में विनिर्माण क्रय प्रबंधक सूचकांक (PMI) मार्च 2025 में बढ़कर 58.1:
- PMI वृद्धि: भारत का विनिर्माण पर क्रय प्रबंधक सूचकांक (PMI) मार्च में 1 पर पहुंच गया, जो फरवरी में 56.3 था। यह विनिर्माण क्षेत्र में मजबूत विस्तार को दर्शाता है।
- नए ऑर्डर और मांग:
- नए ऑर्डर इंडेक्स आठ महीने के उच्च स्तर 5 पर पहुंच गया, जिससे घरेलू मांग में मजबूती दिखी।
- अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर थोड़े धीमे हुए, लेकिन समग्र मांग स्थिर बनी रही।
- भंडारण और उत्पादन: कंपनियों ने मौजूदा स्टॉक का उपयोग किया, जिससे तीन वर्षों में तैयार माल की सूची में सबसे तेज गिरावट दर्ज की गई।
- व्यवसाय परिदृश्य:
- 30% कंपनियां आने वाले वर्ष में उत्पादन बढ़ने की उम्मीद कर रही हैं।
- केवल 2% से भी कम कंपनियां गिरावट की आशंका जता रही हैं, जिससे विनिर्माण क्षेत्र में मजबूत आशावाद दिखता है।
क्रय प्रबंधक सूचकांक (PMI) के बारे में:
- परिभाषा: क्रय प्रबंधक सूचकांक (PMI) एक आर्थिक संकेतकहै, जो विनिर्माण, सेवा और संपूर्ण व्यावसायिक गतिविधियों की स्थिति को मापता है।
- डेटा संग्रह: इसे S&P Global, HSBC जैसी एजेंसियां संकलित करती हैं।
- सूचकांक मापन:
- 0 से 100 के बीच होता है।
- 50 से अधिक स्कोर वृद्धि को दर्शाता है।
- 50 से कम स्कोर उत्पादन गतिविधि में गिरावट का संकेत देता है।