Reasons for frequent earthquakes in Afghanistan
संदर्भ:
अफगानिस्तान में हाल ही में आए 6.0 तीव्रता के भूकंप ने बड़ी तबाही मचाई है। भूकंप की उथली गहराई और कमजोर इमारती ढाँचों के कारण भारी जनहानि हुई। अब तक लगभग 1,400 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 3,500 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।
अफगानिस्तान में लगातार भूकंप आने के कारण (Reasons for frequent earthquakes in Afghanistan):
- भौगोलिक स्थिति: अफगानिस्तान उस जगह स्थित है जहांइंडियन प्लेट और यूरेशियन प्लेट आपस में टकराती हैं।
- प्लेट्स की टकराहट: इन प्लेट्स के आपसी टकराव से ज़मीन के भीतर ऊर्जा का संचय होता है, जो समय-समय पर भूकंप के रूप में बाहर निकलता है।
- सक्रिय फॉल्ट लाइन्स: हिंदूकुश क्षेत्र में कई बड़ी सक्रिय फॉल्ट लाइन्स हैं, जैसे-
- चमन फॉल्ट
- हरि रूड फॉल्ट
- पामीर थ्रस्ट फॉल्ट
हिंदूकुश क्षेत्र: यह क्षेत्र भूकंपीय रूप से बेहद संवेदनशील माना जाता है और यहां अक्सर तेज़ झटके महसूस किए जाते हैं, इन सभी कारणों से अफगानिस्तान दुनिया के सबसे भूकंप-प्रवण क्षेत्रों में शामिल है।
अफगानिस्तान में भूकंप से तबाही के कारण:
अफगानिस्तान में भूकंप से होने वाली भारी तबाही के पीछे कई कारण हैं।
- सबसे पहले, यहां की ज्यादातर इमारतें कच्ची ईंट और मिट्टी जैसी कमजोर सामग्रियों से बनी हैं, जो भूकंप के झटकों को सहन नहीं कर पातीं।
- इसके अलावा, दशकों से चल रहे युद्ध और गरीबी ने वहां भूकंपरोधी निर्माण के लिए आवश्यक साधन और जानकारी की कमी पैदा कर दी है।
भारत ने अफगानिस्तान को भेजी त्वरित राहत सहायता:
भारत ने अफगानिस्तान को भूकंप त्रासदी के बाद त्वरित मदद भेजी है। भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अफगानिस्तान के विदेश मंत्री मौलवी आमिर खान मुत्तकी से फोन पर बात कर गहरी संवेदना जताई।
- भारत ने काबुल के लिए 1000 टेंट और 15 टन खाद्य सामग्री भेजी, जिसे आगे कुनार प्रांत तक पहुंचाया गया।
- इसके अलावा भारत ने और भी राहत सामग्री भेजने की घोषणा की है।
भूकंप क्या है?
भूकंप उस समय होता है जब पृथ्वी की सतह के नीचे दो प्लेटें (blocks) किसी fault (दरार) के साथ एक-दूसरे के पास से खिसकती हैं, जिससे जमीन हिलती है। इस अचानक गति से जमा इलास्टिक स्ट्रेन ऊर्जा (elastic strain energy) मुक्त होती है, जो सिस्मिक वेव्स (seismic waves) के रूप में फैलती हैं और जमीन को हिला देती हैं।
- हाइपोसेंटर (Hypocenter/Focus):वह स्थान पृथ्वी की सतह के नीचे जहाँ भूकंप शुरू होता है।
- एपिसेंटर (Epicenter):वह स्थान पृथ्वी की सतह पर, जो हाइपोसेंटर के ठीक ऊपर होता है।
- मापन:
- Magnitude (कंपन की तीव्रता):रिच्टर स्केल (Richter Scale) से मापा जाता है।
- Intensity (दिखाई देने वाले नुकसान के आधार पर):मर्कली स्केल (Mercalli Scale) से मापा जाता है।
भूकंप के प्रभाव:
- भवनों का गिरना, भूस्खलन, सुनामी और आग जैसी आपदाएँ।
- लोगों का विस्थापन और सामाजिक संरचनाओं का नष्ट होना।
- जीवित बचे लोगों में मानसिक आघात ।
अफगानिस्तान में भूकंप के कारण ज्यादा नुकसान:
- उथली गहराई: भूकंप सतह के नजदीक आया, जिससे झटके और नुकसान बढ़ गया।
- कमजोर निर्माण: ग्रामीण क्षेत्रों में मिट्टी और पत्थर से बने भवन, जिनमें इंजीनियरिंग मानक नहीं थे, गिरने के लिए अधिक प्रवण थे।