Semicon India 2025
संदर्भ:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को दिल्ली के यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में सेमीकॉन इंडिया–2025 का उद्घाटन किया। अपने संबोधन में कहा कि दुनिया भारत पर भरोसा करती है और वैश्विक सेमीकंडक्टर भविष्य में भारत के साथ काम करने को तैयार है।
प्रधानमंत्री का सेमीकंडक्टर क्षेत्र पर बयान:
- प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अब केवल बैकएंड सेमीकंडक्टर उत्पादन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि फुल–स्टैक सेमीकंडक्टर राष्ट्र बनने की दिशा में बढ़ रहा है।
- उन्होंने सभी निवेशकों का स्वागत किया और कहा कि वह दिन दूर नहीं जब दुनिया कहेगी: “Designed in India, Made in India, Trusted by World.”
कार्यक्रम का थीम: “अगली सेमीकंडक्टर महाशक्ति का निर्माण”
कार्यक्रम का उद्देश्य:
- भारत के सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को मजबूत करना।
- नई तकनीकों को बढ़ावा देना।
- वैश्विक निवेश को आकर्षित करना।
मुख्य गतिविधियाँ:
- प्रधानमंत्री सीईओ राउंडटेबल में शामिल होंगे।
- उद्योग जगत के दिग्गज भारत को सेमीकंडक्टर हब बनाने की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे।
सेमीकॉन इंडिया 2025 में भागीदारी और आयोजन विवरण:
- प्रतिनिधि: 48 से अधिक देशों के 2,500 से अधिक प्रतिनिधि शामिल होंगे।
- वैश्विक हस्तियां: 50 से अधिक।
- वक्ताओं की संख्या: 150 से अधिक।
- प्रदर्शक: 350 से अधिक।
- कुल प्रतिभागी: 20,750 से अधिक।
विशेष आयोजन:
- छह देशों की गोलमेज चर्चाएँ, देशों के पवेलियन, कार्यबल विकास और स्टार्टअप्स के लिए विशेष मंडप।
भारत सेमीकंडक्टर मिशन और विक्रम 32-बिट प्रोसेसर:
- केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रीअश्विनी वैष्णव ने बताया कि केवल 5 साल पहले शुरू किए गए भारत सेमीकंडक्टर मिशन ने इतनी कम अवधि में दुनिया का भरोसा हासिल कर लिया है।
- उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी कोविक्रम 32-बिट प्रोसेसर और चार प्रोजेक्ट्स के टेस्ट चिप्स भेंट किए।
- विक्रम 32-बिट प्रोसेसर:
- भारत में पूरी तरह विकसित पहला32-बिट माइक्रो प्रोसेसर।
- इसेISRO सेमीकंडक्टर लैब ने तैयार किया है।
भारत सेमीकंडक्टर मिशन (ISM) के बारे में:
भारत सेमीकंडक्टर मिशन (ISM) 2021 में शुरू किया गया था और यह इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY), भारत सरकार के अंतर्गत एक विशेषीकृत और स्वतंत्र संस्थान है। यह डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन के भीतर एक स्वतंत्र व्यवसायिक विभाग के रूप में कार्य करता है।
- ISM का उद्देश्यएक सशक्त सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले इकोसिस्टम तैयार करना है, जिससे भारत को वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण और डिजाइन का केंद्र बनाया जा सके।
- ISM को पूर्णप्रशासनिक और वित्तीय अधिकार प्राप्त हैं और इसे भारत के सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को बढ़ावा देने की जिम्मेदारी दी गई है, जिसमें मैन्युफैक्चरिंग, पैकेजिंग और डिजाइन शामिल हैं।
- इस मिशन के पासवैश्विक विशेषज्ञों से बनी सलाहकार समिति है, जो दिशा-निर्देशन देती है। ISM नोडल एजेंसी के रूप में यह सुनिश्चित करता है कि भारत के सेमीकंडक्टर और निर्माण इकोसिस्टम के विकास के लिए योजनाओं का संगठित, कुशल और सुचारू क्रियान्वयन हो।
- ISM सेमिकॉन इंडिया प्रोग्रामके तहत स्वीकृत योजनाओं को भी देखरेख करता है।
सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम के तहत शुरू की गई योजनाएं
- भारत में सेमीकंडक्टर फैब स्थापित करने की योजना: देश में सेमीकंडक्टर निर्माण क्षमता विकसित करने के उद्देश्य से।
- भारत में डिस्प्ले फैब स्थापित करने की योजना: उन्नत डिस्प्ले पैनल निर्माण को प्रोत्साहन देने के लिए।
- कंपाउंड सेमीकंडक्टर/सिलिकॉन फोटोनिक्स/सेंसर फैब तथा सेमीकंडक्टर असेंबली, टेस्टिंग, मार्किंग और पैकेजिंग (ATMP)/OSAT सुविधाएं स्थापित करने की योजना
- डिज़ाइन लिंक्ड इंसेंटिव (DLI) योजना: सेमीकंडक्टर डिजाइन स्टार्टअप्स और घरेलू कंपनियों को प्रोत्साहित कर नवाचार और रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए।