Supreme Court SIT Probe
संदर्भ:
सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात के जामनगर स्थित वंतारा वाइल्डलाइफ रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर की कार्यप्रणाली की जांच के लिए एक चार सदस्यीय विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है। इस सेंटर का संचालन रिलायंस फाउंडेशन करता है और अदालत ने SIT को तय समयसीमा में रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
मुख्य बिंदु (Key Points):
- सुप्रीम कोर्ट ने 4 सदस्यीय SIT का गठन किया।
- SIT की अध्यक्षता जस्टिस जे. चेलमेश्वर (पूर्व सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश) करेंगे।
- अन्य सदस्य:
- जस्टिस राघवेंद्र चौहान (पूर्व चीफ जस्टिस, उत्तराखंड और तेलंगाना हाईकोर्ट)
- हेमंत नागराले (पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर)
- अनिश गुप्ता (कस्टम्स अधिकारी)
- SIT को 12 सितंबर तक रिपोर्ट पेश करने का निर्देश।
- अगली सुनवाई 15 सितंबर को होगी।
SIT जांच के प्रमुख बिंदु
सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित SIT वंतारा वाइल्डलाइफ रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर की निम्नलिखित पहलुओं पर जांच करेगी:
- वन्यजीव अधिग्रहण और कानूनी अनुपालन: भारत व विदेश से जानवरों की खरीद में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, चिड़ियाघर नियम, CITES संधि, आयात–निर्यात कानून और अन्य वैधानिक प्रावधानों का पालन हुआ या नहीं।
- पशु कल्याण और देखभाल: पशुपालन मानक, पशु-चिकित्सा देखभाल, पशु कल्याण की स्थिति, मृत्यु दर और उसके कारणों, जलवायु व स्थान संबंधी शिकायतों की जांच।
- संग्रह और प्रजनन कार्यक्रम: निजी संग्रह बनाने के आरोप, प्रजनन व संरक्षण कार्यक्रम, जैव विविधता संसाधनों का उपयोग, वन्यजीव तस्करी और पशु उत्पादों के व्यापार से जुड़े पहलुओं की पड़ताल।
- वित्तीय और प्रशासनिक अनुपालन: वित्तीय अनियमितताएं, मनी लॉन्ड्रिंग और अन्य प्रशासनिक शिकायतों की जांच।
- सूचना संग्रह: जरूरत पड़ने पर याचिकाकर्ताओं, सरकारी अधिकारियों, नियामकों, हस्तक्षेपकर्ताओं और पत्रकारों से भी जानकारी जुटाई जाएगी।