Tejas Mark 1A
संदर्भ:
भारत की रक्षा क्षमताओं को और सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए कैबिनेट सुरक्षा समिति (CCS) ने भारतीय वायुसेना के लिए 97 एलसीए मार्क–1ए (LCA Mark-1A) लड़ाकू विमानों की खरीद को मंजूरी दे दी है। यह निर्णय न केवल वायुसेना की मारक क्षमता को बढ़ाएगा बल्कि ‘मेक इन इंडिया’ पहल को भी नई गति प्रदान करेगा।
तेजस मार्क 1A : मेक इन इंडिया को नई उड़ान
- यह सौदाआत्मनिर्भर भारत मिशन को बड़ी मजबूती देता है। तेजस प्रोग्राम भारत के स्वदेशी रक्षा निर्माण (indigenous defence manufacturing) का प्रमुख उदाहरण है।
- 65% स्वदेशी सामग्री(indigenous content) का उपयोग किया गया है, जिसमें सैकड़ों MSMEs (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग) सप्लाई चेन में शामिल हैं।
- इसमें पहले के LCA की तुलना मेंउन्नत एवियोनिक्स, अपग्रेडेड रडार और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम लगे हैं।
- इससेऑपरेशनल रेडीनेस बढ़ेगी और आयात पर निर्भरता घटेगी।
- यह सौदारोज़गार सृजन, घरेलू उद्योग को बढ़ावा और भारत की रक्षा निर्यात क्षमता को विस्तार देगा।
भविष्य की राह : तेजस मार्क 2 और एएमसीए
- तेजस मार्क 1A के बाद अबIAF का आधुनिकीकरण (modernization) योजना तेज़ी से आगे बढ़ रही है।
- तेजस मार्क 2– HAL को 200+ विमानों का ऑर्डर मिलने की उम्मीद।
- एएमसीए (Advanced Medium Combat Aircraft)– भारत का स्वदेशी 5वीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान, जिसकी संभावित मांग 200+ यूनिट्स।